लोगों को जागरुक करना है. साथ प्रचार-प्रसार तेज करना है. पुनरीक्षण कार्य के लिए राजनीतिक दलों के साथ बैठक करना है, इसके अलावा प्रत्येक सप्ताह मतदाता सूची में नाम जोड़ने, शुद्ध करनेे, नाम हटाने आदि आदि से संबंधित आवेदन प्रपत्रों की सूची तैयार कर राजनीतिक दलों को उपलब्ध कराना है तथा प्रत्येक सप्ताह प्राप्त आवेदनों का क्यूआर कोड जेनरेट किया जायेगा.
उसके बाद इसका डिस्पोजल तैयार किया जायेगा. उपनिर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि बीएलओ का प्रशिक्षण 27-29 सितंबर तक प्रखंडों में होगा. इसके तहत दो दिन तक प्रखंड में विशेष कैंप लगाया जायेगा. इस कैंप में वोटर लिस्ट को पढ़ कर लोगों को समझाया जायेगा तथा फॉर्म से संबंधित दिक्कतों का निबटारा किया जायेगा.