देवघर: इसे विभागीय चूक कही जाय या लापरवाही. गोड्डा में एक अनुदेशक द्वारा इंटर उत्तर पुस्तिका के मूल्यांकन कराया जा रहा था. लेकिन ना तो विभाग के जिलास्तरीय पदाधिकारी का ध्यान गया ना वहां मूल्यांकन करने पहुंचे परीक्षकों का. सोमवार को इसकी सूचना जब जैक अध्यक्ष को मिली तो उन्होंने तत्काल कार्रवाई करते हुए अनुदेशक […]
देवघर: इसे विभागीय चूक कही जाय या लापरवाही. गोड्डा में एक अनुदेशक द्वारा इंटर उत्तर पुस्तिका के मूल्यांकन कराया जा रहा था. लेकिन ना तो विभाग के जिलास्तरीय पदाधिकारी का ध्यान गया ना वहां मूल्यांकन करने पहुंचे परीक्षकों का. सोमवार को इसकी सूचना जब जैक अध्यक्ष को मिली तो उन्होंने तत्काल कार्रवाई करते हुए अनुदेशक अजीत कुमार सिंह को मूल्यांकन कार्य से हटवा दिया. बता दें कि जैक अध्यक्ष अरविंद कुमार सिंह इन दिनों संप के जिलों में हैं.
अजीत सिंह प्लस टू उच्च विद्यालय गोड्डा में कंप्यूटर अनुदेशक के रूप में कार्यरत है. लेकिन उसे इंटर के भौतिकी विज्ञान की उत्तर पुस्तिका के मूल्यांकन के लिए प्रतिनियुक्त कर दिया गया था. सोमवार को इसकी जानकारी जब जैक अध्यक्ष को मिली तो उन्होंने तुरंत जिले के वरीय पदाधिकारियों से बात कर उक्त अनुदेशक को मूल्यांकन कार्य से हटा दिया गया.
साथ ही जैक अध्यक्ष ने यह भी निर्देश दिया कि किस परिस्थिति में अनुदेशक को उत्तर पुस्तिका मूल्यांकन कार्य में लगाया गया इसकी जांच कर रिपोर्ट उन्हें सौंपी जाय. हालांकि जैक अध्यक्ष अरविंद कुमार सिंह ने यह स्पष्ट नहीं किया है कि अजीत सिंह द्वारा मूल्यांकित कॉपियों का फिर से मूल्यांकन किया जायेगा या नहीं. लेकिन शिक्षा विभाग का यह कारनामा कमजोर व्यवस्था की ओर जरूर इशारा करता है. इस पर गंभीरता से विचार करने की जरूरत है.
कहां हुई चूक!
मूलत: जब उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य की बात होती है जिला स्तर पर परीक्षकों की सूची विभाग को विभिन्न विद्यालयों के प्राचार्य सौंपते हैं. लेकिन इस सूची में कैसे इस अनुदेशक का नाम जोड़ा गया यह समझ के परे है. इतना ही नहीं सूची विभाग को गयी, विभाग ने उसे स्वीकृत भी कर दिया और सोमवार को उक्त अनुदेशक ने काम भी शुरू कर दिया.
तुरंत हुई कार्रवाई
सोमवार को उक्त अनुदेशक ने काम करना शुरू कर दिया था. हालांकि अभी कुछ ही उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन का काम अभी अजीत सिंह ने किया था. इसी दौरान इसकी भनक संप के भ्रमण पर आये जैक अध्यक्ष को लगी और तुरंत इसे रोका गया.
अभी शुरू ही हुआ था काम
इंटर की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य सोमवार चार अप्रैल से ही शुरू किया गया था. इस घटना की जानकारी प्रभात खबर व जैक अध्यक्ष को मिलते-मिलते कुछ पुस्तिकाओं का मूल्यांकन अनुदेशक अजीत सिंह कर चुके थे.