संवाददाता, देवघर . अक्षय तृतीया के अवसर पर बाबा बैद्यनाथ मंदिर में श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ पड़ा. सुबह से लेकर पट बंद होने तक बाबा मंदिर प्रांगण में धार्मिक उत्सव का माहौल बना रहा. मंदिर में जलार्पण के लिए भक्तों की लंबी कतारें देखी गयीं, वहीं कई श्रद्धालु मुंडन, उपनयन और अन्य धार्मिक अनुष्ठानों के लिए भी पहुंचे. मंदिर परिसर के प्रशासनिक भवन से लेकर विभिन्न मंदिरों के बरामदे तक श्रद्धालु धार्मिक अनुष्ठान संपन्न कराते दिखे. भीड़ को देखते हुए शीघ्र दर्शनम् कूपन लेने वालों की संख्या भी काफी रही. 3083 श्रद्धालुओं ने तीन सौ रुपये प्रति व्यक्ति की दर से कूपन लेकर शीघ्र दर्शनम मार्ग से जलार्पण किया. इस मार्ग से भक्तों को एक घंटे में दर्शन का लाभ मिल रहा था, जबकि सामान्य कतार से ढाई से तीन घंटे तक लग रहा था. इस विशेष अवसर पर करीब एक हजार श्रद्धालुओं ने मुंडन और उपनयन संस्कार संपन्न कराया. वहीं रात को परिसर में करीब 50 जोड़े विवाह सूत्र में बंधे, जिन्होंने बाबा बैद्यनाथ और अन्य देवी-देवताओं को साक्षी मानकर हिंदू रीति-रिवाज के अनुसार विवाह किया. बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए मंदिर प्रशासन ने विशेष इंतज़ाम किये थे. बाबा मंदिर प्रशासक के आदेश पर 25 होमगार्ड जवान पुलिस बल के साथ तैनात किये गये थे. अक्षय तृतीया पर बाबा का भव्य महाशृंगार के लिए मंदिर का पट शाम लगभग 5:30 बजे बंद किया गया. *50 जोड़ों ने बाबा को साक्षी मानकर किया विवाह
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