वे अपने पीछे पत्नी शांता शैल, दो पुत्रों सत्यजीत कुमार व अभिजीत कुमार, दो पुत्रियों सपना व सुलक्षणा को छोड़ गये हैं. बड़े पुत्र जामताड़ा जिला कोर्ट में एडवोकेट हैं, जबिक दूसरे पुत्र प्राइवेट जॉब में है.
उनके निधन पर वरीय अधिवक्ता सुमन कुमार, गौतम राजेश आदि ने शोक जताया है. इधर स्टेट बार कौंसिल के सदस्य अमर कुमार सिंह ने जानकारी दी है कि देवघर जिला अधिवक्ता संघ भवन में भी में शोक सभा का अायोजन होगा. उन्होंने देवघर में करीब एक दशक तक अधिवक्ता के रूप में प्रैक्टिस किये थे. इसके अलावा जमुई कोर्ट में प्रैक्टिस करते थे. वे कानून के कई विधाओं के ज्ञाता थे.