देवघर: मुख्य सचिव ने सुखाड़ को लेकर जिले के उपायुक्तों के साथ वीडियो क्रांफेंसिंग के माध्यम से सुखाड़ की समीक्षा की. मुख्य सचिव ने कहा कि केंद्र सरकार ने पहले वाली रिपोर्ट के अनुसार सिर्फ 15 जिले को माइनर सुखाड़ग्रस्त माना है.
इसलिए अब सरकार पुन: सुखाड़ को लेकर रिपोर्ट भेजेगी. क्योंकि केंद्र की दृष्टिकोण में चार क्राइटेरिया में तीन क्राइटेरिया में जो जिला फिट बैठेगा, उसी जिले को सुखाड़ग्रस्त किया जायेगा. इसमें फस्ट क्राइटेरिया है : 75 फीसदी वर्षापात, सैकेंड क्राइटेरिया 50 फीसदी आच्छादन हो, इसी तरह नार्मल व मोइस्चराइजिंग इंडेक्स आदि शामिल हैं. उपायुक्त अरवा राजकमल ने बताया कि देवघर जिले में 32.4 फीसदी ही खेती हुई है. इसकी रिपोर्ट वे भेज चुके हैं. लेकिन केंद्र सरकार के मानकों के अनुसार देवघर में 91 फीसदी बारिश हुई है.
इसलिए सरकार ने हर जिले से प्रखंडवार कृषि संबंधी रिपोर्ट एक निर्धारित फारमेट में भरकर भेजना है. इसके बाद प्रखंडवार रिपोर्ट के आधार सरकार केंद्र को रिपोर्ट भेजेगी, उसी अनुरूप केंद्र सरकार सुखाड़ग्रस्त घोषित करने का निर्णय लेगी. उपायुक्त ने कहा कि जल्द ही प्रखंडवार रिपोर्ट सरकार को भेजा जायेगा. वीडियो कांफ्रेंसिंग में जिला कृषि पदाधिकारी श्याम नारायण सरस्वती भी मौजूद थे.