सचिव पीसी पारेख के पत्र से खुलासा
तत्कालीन कोयला मंत्री श्री सोरेन ने रोका था इ-ऑक्शन
शिबू ने सचिव पर डाला था दबाव
देवघर:गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे ने कोल–गेट मामले में सनसनीखेज खुलासा किया है. उन्होंने कहा कि कैग ने जो एक लाख 86 हजार करोड़ के कोल–गेट स्कैम का परदाफाश किया है, इसके लिए तत्कालीन कोयला मंत्री शिबू सोरेन ही जिम्मेवार हैं. क्योंकि उन्होंने कोयला का इ–ऑप्शन व बीडींग पर रोक लगायी थी. सचिव पी सी पारेख पर दवाब डाल रहे थे. प्रोजेक्ट का अप्रूवल नहीं दे रहे थे. सांसद श्री दुबे ने कहा कि कोयला मंत्रलय के सचिव का पत्र यह दर्शाता है कि कोल–गेट के किंग पिन शिबू सोरेन हैं. इसलिए पहले सरकार और सीबीआइ को उन पर एफआइआर करके जेल भेजना चाहिए.
सांसद ने कहा कि पीएम मनमोहन सिंह को सारी बातें पता है. तभी तो उन्होंने श्री सोरेन को कोयला मंत्री के पद से हटाया था. यदि सचिव पारेख कहीं से भी दोषी होते तो पीएम पहले उन पर कार्रवाई करते. लेकिन वे अब जाकर रिटायर हुए हैं. कांग्रेस जानबूझ कर झारखंड में लूट का छूट दे रही है. पारेख ने केंद्र सरकार को दिये जवाब में यह भी खुलासा किया है कि तत्कालीन सांसद राजेंद्र सिंह, टेक लाल महतो सहित कई सांसद भी आउट ऑफ वे जाकर अनुशंसा किया करते थे. जबकि सुप्रीम कोर्ट की रूलिंग के अनुसार किसी भी एमपी/एमएलए अनुशंसा का अधिकार नहीं है. ऐसे सांसद जिन लोगों ने कोयला माफिया को सपोर्ट किया, उन्हें भी इस केस में सलाखों के पीछे भेजना चाहिए.
शिबू सोरेन ने लिखा था
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