देवघर: मोहनपुर थाना क्षेत्र के देवघर-दुमका रोड स्थित महेशमारा के पास स्कॉर्पियो की चपेट में आकर पांच वर्षीय बच्ची की मौत हो गयी. घटना के बाद आक्रोशित परिजनों ने करीब तीन घंटे तक रोड जाम कर दिया. दोपहर करीब साढ़े तीन बजे महेशमारा निवासी परदेशी मंडल की पांच वर्षीय पुत्री ज्योति कुमारी घर पास सड़क किनारे खड़ी थी, उसी क्रम में दुमका की ओर से आ रही स्कॉर्पियो (बीआर-11डब्ल्यूओ 3426) ने बच्ची को कुचल दिया. स्कॉर्पियो तेज गति से भागने लगी, तभी बैजनाथपुर चौक के समीप लोगों ने खदेड़ कर वाहन को पकड़ा.
इस दौरान ड्राइवर भाग निकला व स्कॉर्पियो पर सवार महिला व पुरुषों के साथ धक्का-मुक्की भी हुई. वाहन को भी क्षतिग्रस्त कर दिया गया. वाहन में सवार सभी लोग पूर्णिया जिले के भनवानीपुर गांव के रहने वाले है. घटना की सूचना मिलने पर पुलिस ने स्कॉर्पियो पर सवार सभी लोगों को सुरक्षा के घेरे में लिया.
इधर, अाक्रोशित परिजनों ने बच्ची का शव सड़क पर रख मुआवजा व नगर निगम का टॉल टैक्स केंद्र हटाने की मांग को लेकर रोड जाम कर दिया. जाम स्थल पर जरमुंडी विधायक बादल पत्रलेख भी पहुंचे व लोगों को काफी समझाने का प्रयास किया. परिजनों का आरोप है कि टॉल टैक्स केंद्र की वजह से उनकी बच्ची की जान गयी. स्कॉर्पियो चालक टैक्स से बचने के लिए तेज गति से भाग रहा था व इसी क्रम में उनकी बच्ची को कुचल दिया गया. महेशमारा में अक्सर टॉल टैक्स की वजह से दुर्घटना हो रही है. परिजन काफी देर तक दो लाख रुपये मुअावजा, टॉल टैक्स केंद्र हटाने व ब्रकेर की मांग पर अड़े रहे. इस दौरान मोहनपुर थानेदार एसके सुमन व नगर थानेदार एसके महतो को भी विरोध का सामना करना पड़ा. करीब तीन घंटे के बाद विधायक बादल ने डीसी से फोन पर बात कर टॉल टैक्स केंद्र हटाने व ब्रेकर लगाने का निर्देश दिया. उसके बाद विधायक ने वाहन मालिक से वार्ता की तब लोग मानने को तैयार हुए तथा जाम हटाया गया.
िवधायक बादल की पहल पर हटा जाम: जाम टूटने के बाद वाहन मालिक को पूर्णिया से पैसे लेकर आने तक परिजनों ने घंटो विधायक बादल को घर के पास बैठाये रखा. इस दौरान बीडीओ शैलेंद्र रजक व सीओ अमलजी को परिजनों ने वापस यह कहकर भेज दिया कि उन्हें विधायक बादल पर भरोसा है. विधायक के कहने पर ही जाम छोड़ा गया है.
मालूम हो कि घटना के बाद परिजन काफी हंगामा मचा रहे थे व स्कॉर्पियो पर सवार लोगाें के साथ मारपीट का भी प्रयास हो रहा था. लेकिन विधायक की सुझ-बूझ से मामला शांत हुआ. विधायक बादल ने कहा कि शहर में मुख्यमंत्री है और ऐसी परिस्थिति में कानून-व्यवस्था न बिगड़ जाये, इसलिए परिजनों के साथ देर तक रुकना बेहतर था. देर रात वाहन मालिक मोहनपुर थाना पहुंचा व एक लाख रुपया मुआवजा दिया. उसके बाद विधायक रात करीब साढ़े दस बजे वहां से जा पाये.