देवघर : जिले के प्राइमरी स्कूलों में कार्यरत नियमित 1553 शिक्षकों के अक्तूबर 2014 के वेतन भुगतान पर संकट मंडराने लगा है. शिक्षा विभाग ने व्ययन एवं निकासी पदाधिकारी (डीडीओ) की संख्या कम करने का भरोसा दिलाते हुए बीते अगस्त एवं सितंबर 2014 का समुचित वेतन भुगतान का आवश्यक निर्देश ट्रेजरी के पदाधिकारी को दिया था. लेकिन, समय सीमा खत्म होने के बाद भी शिक्षा विभाग द्वारा अबतक न तो डीडीओ की संख्या में कोई कमी की गयी है.
न ही प्रखंडवार प्रधानाध्यापक को व्ययन एवं निकासी पदाधिकारी का प्रभार दिया गया है. नतीजा चालू माह में शिक्षकों के वेतन भुगतान पर असर पड़ेगा. इसका सीधा असर दीपावली एवं छठ पर्व पर भी पड़ेगा. विभागीय खिंचातानी को देखते हुए अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ द्वारा राज्य स्तर पर ज्ञापन सौंपते हुए विभाग से अविलंब कार्रवाई करने की मांग की गयी है. लेकिन, अबतक विशेष पहल नहीं हुआ है.
* डीडीओ का स्वीकृत पद 106, कार्यरत 30
देवघर के प्राइमरी स्कूलों में व्ययन एवं निकासी पदाधिकारी का स्वीकृत पद 106 है. लेकिन, वर्तमान में कार्यरत व्ययन एवं निकासी पदाधिकारियों की संख्या महज 30 है. तीस पदाधिकारियों के भरोसे ही जिले के विभिन्न विद्यालय में कार्यरत 1553 नियमित शिक्षकों का वेतन भुगतान टिका हुआ है.
* क्या है मामला
शिक्षा विभाग ने व्ययन एवं निकासी पदाधिकारियों की संख्या में कटौती करते हुए प्रत्येक प्रखंड के एक-एक प्रधानाध्यापक को इसका प्रभार दिये जाने का भरोसा दिलाया था. विभागीय निर्णयानुसार ट्रेजरी को भी इस बाबत स्पष्ट निर्देश दिया गया था. निर्देशानुसार ट्रेजरी को माह अगस्त एवं सितंबर 2014 तक का भुगतान व्ययन एवं निकासी पदाधिकारियों के माध्यम से किये जाने का प्रावधान किया गया था. लेकिन, विभागीय निर्णयानुसार अबतक प्रखंडवार प्रधानाध्यापकों को व्ययन एवं निकासी पदाधिकारी का प्रभार देने के संबंध में जिले के पदाधिकारी को स्पष्ट निर्देश प्राप्त नहीं हुआ है.
विभागीय निर्देशानुसार शिक्षकों का वेतन ट्रेजरी के माध्यम से भुगतान हुआ था. अक्तूबर माह के वेतन भुगतान में अभी विलंब है. उम्मीद है कि तबतक विभाग से स्पष्ट दिशा-निर्देश भी प्राप्त हो जायेगा. ह्ण
– सुधांशु शेखर मेहता
जिला शिक्षा अधीक्षक, देवघर.