देवघर : श्रावणी मेला के ढलान के आने के बाद सावन की हल्की बारिश कांवरियों को कई दिनों बाद देखने को मिली. बुधवार को बादल व हवा से मौसम ठंडा रहा. इस ठंड मौसम ने कांवरियों में उत्साह भर दिया. कांवरियों की रफ्तार बढ़ गयी. दुम्मा पहुंचते ही कांवरिये पूरे उत्साह के साथ बोल बम का जयकारा लगाते हुए बाबा दरबार की ओर बढ़ते गये.
शाम में काले बादल के साथ रिमझिम फुहारों ने कांवरियों का उत्साह दोगुना कर दिया. इस मौसम में कांवरिये शरबत व ठंडा पानी नहीं, बल्कि कांवरिया पथ पर दुम्मा, कलकतिया, सरासनी व खिजुरिया में सड़क किनारे बिक रहे गरम भुट्टे का आनंद ले रहे थे. दुम्मा से खिजुरिया तक कई सेवा शिविरों में प्रवचन, भजन व सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी कांवरिये आनंद उठा रहे थे. बुधवार को कांवरिया पथ पर भीड़ में कमी थी, नागपंचमी को जल उठाने वाले कांवरिये का देर रात दुम्मा पहुंचने की संभावना बतायी जा रही थी. बुधवार को दुम्मा टोल गेट से प्रति 49 से 60 कांवरिये प्रवेश कर रहे थे. देर शाम में भीड़ थोड़ी बढ़ोत्तरी हुई.