देवघर : सावन की पहली सोमवारी को कृष्णा बम भी डाक कांवरिया के रूप में दिन के तकरीबन 11.30 बजे बाबा मंदिर पहुंची. बाबा मंदिर पहुंच कर कृष्णा बम ने निकास द्वार से अंदर जाने की कोशिश की. उन्हें जाता देख मौजूद दूसरे कई कांवरिये भी प्रवेश कर गये. समस्या होते देख निकास द्वार पर तैनात रैफ व जैप के जवानों ने कांवरियों के हुजूम के साथ-साथ कृष्णा बम को भी रोक दिया. जवानों ने निकास द्वार से अंदर प्रवेश करने देने में असमर्थता जतायी.
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कृष्णा बम को नहीं मिली सुविधा, निकास द्वार पर डाला जल
देवघर : सावन की पहली सोमवारी को कृष्णा बम भी डाक कांवरिया के रूप में दिन के तकरीबन 11.30 बजे बाबा मंदिर पहुंची. बाबा मंदिर पहुंच कर कृष्णा बम ने निकास द्वार से अंदर जाने की कोशिश की. उन्हें जाता देख मौजूद दूसरे कई कांवरिये भी प्रवेश कर गये. समस्या होते देख निकास द्वार पर […]
जिसके बाद कृष्णा बम निकास द्वार के ठीक सामने ही अपने साथ लाये जल अर्पित कर दिया. फिर वह वापस मंदिर प्रांगण से बाहर निकल गयीं. मीडिया से बातें करते हुए उन्होंने कहा कि वह 38 वर्षों से सोमवारी को बाबा बैद्यनाथ पर जलार्पण करने पहुंचती हैं. देवघर डीसी की अपील पर वह दोबारा जल लेकर आयीं. दुम्मा में उनसे मुलाकात भी हुई. मगर मंदिर में सुविधा न होने से इस उम्र में डाक बम आकर 15 किमी कतारबद्ध होकर पूजा करना संभव नहीं है.
ऐसे में अगली सोमवारी से बाबा के दरबार में मत्था टेकने के लिए पहुंचना मुश्किल है. दुम्मा में कृष्णा बम का पैर छूने को लेकर अफरातफरी: देवघर. बिहार पुलिस की सुरक्षा में कृष्णा बम जैसे ही झारखंड प्रवेश द्वार दुम्मा में प्रवेश की तो कांवरिये व अन्य लोग उनका पैर छूने को लेकर दौड़ पड़े. भीड़ दुम्मा गेट में भीड़ अधिक होने की वजह से अफरा-अफरी की स्थिति हो गयी. इसी क्रम में दुम्मा में पदस्थापित झारखंड पुलिस के डीएसपी मुकेश महतो ने कृष्णा बम को अपनी सुरक्षा में लिया व सहारा देकर खिजुरिया तक पहुंचाया. इस दौरान पुलिस की कड़ी-सुरक्षा व्यवस्था थी.
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