सारठ : सारठ थाना क्षेत्र के नावाडीह में रविवार को छापेमारी के दौरान वन विभाग के अधिकारियों ने एक युवक को लगभग तीन घंटे पेड़ से बांध कर रखा. उसी गांव के रहनेवाला प्रदीप मंडल की गुस्ताखी यह थी कि अधिकारियों की कार्रवाई को मोबाइल में रिकॉर्ड कर रहा था. डीएफओ प्रेमजीत आनंद को यह नागवार गुजरा. उनके आदेश पर पास के ही एक पेड़ से युवक को रस्सी बांध कर तीन घंटे तक रखा.
उसके दोनों हाथ कपड़े से बांध दिये गये. इस दौरान प्रदीप बार-बार अधिकारियों से मिन्नतें करता रहा. लेकिन, कार्रवाई पूरी होने तक युवक रस्सी से ही बंधा रहा. इसकी सूचना जैसे ही कृषि मंत्री को मिली, उन्होंने अधिकारियों के इस रवैये पर नाराजगी जतायी और प्रदीप को छोड़ने का दबाव बनाया. इसके बाद डीएफओ ने पिपरासोल गांव से प्रदीप को बांड पर छोड़ा.
यह तस्वीर वायरल होते ही अधिकारियों के इस कार्यशैली की आलोचना हो रही है. बता दें कि रविवार को डीएफओ के नेतृत्व में वनपाल राजेंद्र राम, कंतलाल शर्मा, पंकज कुमार, वन पदाधिकारी आशुतोष कुमार, धीरज कुमार, तपन कुमार, सारठ थाना के जेएसआइ अजय कुमार, नागेंद्र यादव समेत पुलिस बल की मौजूदगी में नावाडीह गांव में अवैध रूप से आरा मिल चलने की सूचना पर छापेमारी की गयी थी.
इसी क्रम में प्रदीप मंडल कार्रवाई की तस्वीर मोबाइल पर ले रहा था. हालांकि, डीएफओ ने युवक को बांधने की बात से इनकार कर दिया. लेकिन, युवक को पेड़ से बांधे जाने की तस्वीर में पूरी घटना साफ दिख रही है.