संचालिका समेत तीन युवती व तीन पुरुष आपत्तिजनक स्थिति में गिरफ्तार
देवघर : रिखिया थाना क्षेत्र के रामपुर नवाडीह इलाके में वर्षों से देह व्यापार कराया जा रहा था. इस अनैतिक कार्य के लिए महिलाएं व युवतियां पश्चिम बंगाल के आसनसोल, कोलकाता और अन्य जगहों की युवतियां पहुंचती थी. आसपास के लोग लगातार इसकी शिकायत भी पुलिस को दे रहे थे. आखिर में लोगों ने सीएम जनसंवाद तक गुहार लगायी.
इसके बाद एसपी नरेंद्र कुमार सिंह ने एक टीम गठित कर मामले की जांच करायी. लगातार पुलिस इस पर निगाह रख रही थी. शनिवार देर रात में साइबर डीएसपी नेहा बाला के नेतृत्व में नगर व रिखिया थाने की पुलिस द्वारा उस इलाके के एक मकान में छापेमारी करायी गयी.
मौके पर से संचालिका सहित तीन लड़कियां, दो युवक व एक अधेड़ को पुलिस ने आपत्तिजनक अवस्था में गिरफ्तार किया. इस दौरान वहां से एक देशी कट्टा सहित एक ऑटोमेटिक पिस्टल, दो मैगजीन, 11 गोली, नकद 1,48,663 रुपये, 2755 रुपये के पांच व 10 रुपये के सिक्के, विभिन्न बैंकों के पासबुक, चेक बुक, चार एटीएम कार्ड, छह मोबाइल और काफी मात्रा में कंडोम बरामद किया गया. मामले को लेकर नगर थाने में आयोजित पत्रकार वार्ता में थाना प्रभारी विनोद कुमार ने बताया कि पकड़ी गयी संचालिका स्थानीय है, जबकि तीनों लड़कियां पश्चिम बंगाल के कोलकाता, चौबीस परगना व आसनसोल की रहनेवाली हैं. इनलोगों के साथ आपत्तिजनक हालत में रिखिया थाना क्षेत्र के प्रोफेसर कॉलोनी रामपुर निवासी विजय कुमार, सोनारायठाढ़ी थाना क्षेत्र के मकडीहा निवासी सीएसपी संचालक चंद्रशेखर यादव व जियाउल अंसारी को पकड़ा गया. इस संबंध में रिखिया थाने में गिरफ्तार आरोपितों के खिलाफ आर्म्स एक्ट व अनैतिक देह व्यापार अधिनियम के तहत एफआइआर दर्ज करायी जा रही है.
नगर थाना प्रभारी ने बताया कि पूछताछ में जानकारी मिली है कि एक रात में लड़कियों के साथ सात-आठ ग्राहक अनैतिक कार्य करते थे. प्रति ग्राहक संचालिका छह से सात सौ रुपये वसूलती थी और एक-एक लड़कियों को प्रतिदिन 1200 रुपये तक का भुगतान किया जाता था.
लेडी डॉन के रूप में रहती थी संचालिका, अपराधियों का भी लगता था जमघट
थाना प्रभारी ने बताया कि पूछताछ में खुलासा हुआ है कि अनैतिक कार्य कराने वाली संचालिका लेडी डॉन की तरह रहती थी. बरामद हथियार व गोली वह खुद रखती थी. अनैतिक कार्य के लिए अड्डे पर अपराधी व दबंग भी पहुंचते थे. कभी-कभी दबंग व अपराधी मनमानी भी करते थे, इसलिए वह हथियार-गोली उनलोगों को डराने के लिए रखी हुई थी.
पूर्व में मिली सूचना के आधार पर कई बार छापेमारी की गयी थी, लेकिन साक्ष्य नहीं मिलने पर कुछ नहीं हो पाता था. रात में अनैतिक कार्य के लिए ग्राहकों के पहुंचने की सूचना मिली, तब एसपी द्वारा गठित टीम छापेमारी में गयी. छापेमारी टीम साइबर डीएसपी के नेतृत्व में पहुंची, जिसमें उनके अलावा दंडाधिकारी, रिखिया थाना प्रभारी जेपी तिर्की, नगर थाने के एएसआइ रामानुज सिंह, महिला थाना प्रभारी, महिला पुलिसकर्मी व सशस्त्र बल शामिल थे.
चर्चा यह कि वहां पुलिस वाले भी पहुंचते थे
सूत्रों की मानें तो जिस मकान में अनैतिक देह व्यापार की सूचना पर छापेमारी टीम रामपुर नवाडीह पहुंची, वहां पहले एक पुलिस वाला ही सामने आ गया. उक्त पुलिसवाला काफी नशे में था, जिसे भगा दिया गया. यह चर्चा जोरों पर है कि लोग यह जानना चाह रहे हैं कि भागने वाला पुलिसकर्मी कौन था, कहां कार्यरत हैं और किसलिए वहां पहुंचा था.
संचालिका पहले भी जा चुकी है जेल
नगर थाना प्रभारी ने बताया कि संचालिका का पुराना रिकॉर्ड है. कई बार वह जेल भी जा चुकी है. एक बार सिंचाई अतिथिशाला परिसर स्थित आइबी में भी कई साल पहले पकड़ी गयी थी. उस मामले में दो-तीन अधिकारी भी मौके पर थे, जो भाग गये थे. बाद में उक्त आइबी के एक अनुबंध कर्मी को जेल भी भेजा था.