देवघर : राजकीय श्रावणी मेला के सफल संचालन और यहां आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए अनुमण्डल पदाधिकारी रामनिवास यादव की अध्यक्षता में पेड़ा, चूड़ा एवं ईलायची दाना की उपलब्धता, गुणवत्ता एवं दर निर्धारण करने के लिए बैठक की गयी. बैठक में एसडीओ ने कहा कि देवघर आने वाले श्रद्धालु जलार्पण के बाद यहां से प्रसाद के रूप में पेड़ा-चूड़ा एवं ईलायचीदाना खरीदते हैं. ऐसे में हम सभी की जिम्मेवारी है कि उन्हें गुणवत्तापूर्ण एवं निर्धारित दर पर प्रसाद उपलब्ध करवायी जाए.
बैठक में एसडीओ ने सभी खुदरा एवं थोक व्यपारियों को निर्देश दिया कि मेले के दौरान खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता का पूरा ख्याल रखा जाए एवं प्रतिष्ठान के ईद-गिर्द साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा जाए. एसडीओ ने कहा कि साथ ही यह भी ध्यान रखा जाए कि यहां आने वाले किसी भी कांवरियों से निर्धारित दर से अधिक पैसा ना वसूला जाए. उन्होंने कहा कि यदि किसी थोक या खुदरा विक्रेता द्वारा श्रावणी मेला के दौरान प्रसाद के निर्धारित दर से अधिक राशि वसूली जाती है तो दुकानदारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी.
प्रसादकी मूल्य तालिका
पेड़ा : 800 ग्राम खोवा एवं 200 ग्राम चीनी – 320 रुपये प्रति किलोग्राम.
पेड़ा : 700 ग्राम खोवा एवं 300 ग्राम चीनी – 300 रुपये प्रति किलोग्राम
चूड़ा : रायपुर का चूड़ा – 50 रुपये प्रति किलोग्राम.
चूड़ा : वर्द्धमान वाला चूड़ा – 40 रुपये प्रति किलोग्राम.
ईलायचीदाना : 60 रुपये प्रति किलोग्राम.
बैठक में मेले के दौरान किसी भी प्रकार के प्लास्टिक पदार्थ के उपयोग नहीं करने की भी बात की गयी. एसडीओ ने सभी दुकानदारों को निर्देश दिया कि सभी दुकानदार अपने दुकानों में शुद्ध पेयजल की समुचित व्यवस्था करेंगे. जिससे यहां आने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े एवं जब वे यहां से अपने शहर को लौटें तो एक अच्छा संदेश लेकर जाएं. उन्होंने आगे कहा कि दुकानों में व उसके आस-पास डस्टबीन की व्यवस्था की जाय एवं साफ-सफाई का पूरा ध्यान भी रखा जाए.
इस बैठक में प्रशिक्षु आईएएस हेमंत सत्ती, नजारत उपसमाहर्ता देवलाल उरांव, जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी रवि कुमार, अंचलाधिकारी, मोहनपुर स्वास्थ्य अधिकारी सुधीर कुमार एवं पेड़ा-चूड़ा के थोक विक्रेता आदि उपस्थित थे. बैठक में एसडीओ ने जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी को निर्देश दिया कि कांवरिया पथ एवं दुम्मा गेट के समीप बैनर-पोस्टर के माध्यम से खाद्य पदार्थों की मूल्य तालिका लगवायी जाय एवं स्वच्छता से संबंधित समुचित जानकारी का व्यापक प्रचार-प्रसार भी करायी जाए.