देवघर : कृषि विभाग के भूमि संरक्षण से जिले की स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को अनुदान पर कृषि यंत्र देने की योजना देवघर में अधूरी रह गयी. इस योजना मद में आठ लाख रुपये पिछले वर्ष खर्च नहीं किये जाने पर विभाग ने सरेंडर कर दिया. महिलाओं को कृषि यंत्र में पावर ट्रिलर, थ्रेसर, पंपसेट समेत मिनी दाल मील आदि की योजना है. विभाग के निर्देशानुसार ग्रामीण क्षेत्रों में गठित सखी मंडल को इस योजना का लाभ देना था.
हालांकि, विभाग ने पालोजोरी प्रखंड की सखी मंडल के सदस्यों के बीच कृषि यंत्र का वितरण मार्च में किया था. शेष अन्य प्रखंडों में लक्ष्य के अनुसार कृषि यंत्र नहीं दिया जा सका व राशि सरेंडर हो गयी. विभाग के अनुसार अनुसूचित जाति के चार स्वयं समूह की लगभग 40 महिलाएं इस योजना से वंचित हो गयी. भूमि संरक्षण सर्वेक्षण पदाधिकारी रामकुमार सिंह ने बताया कि विभाग से फंड का आवंटन अंतिम चरण पर आया था, जेएसपीएल काे सखी मंडल की सूची देनी थी.
273 एसएचजी में 260 एसएचजी को योजना का लाभ दिया गया. अंतिम चरण पर चार अनुसूचित जाति के एसएचजी की महिलाएं नहीं मिलने की वजह कृषि यंत्र के आठ लाख रुपये सरेंडर किये गये. अनुसूचित जाति के एसएचजी से 10 फरवरी तक आवेदन मांगा गया था.