देवघर : संताल परगना के पठारी क्षेत्रों से बरसात के पानी को गंगा व अन्य नदियों के जरिये बाहर निकलने से रोका जायेगा. केंद्रीय जल आयोग व जियाेलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया की टीम ने संताल परगना की नदियों में छह डैम बनाने की योजना पर काम तेज कर दी है. जिन प्रमुख नदियों पर जहां डैम बनाये जायेंगे, उसमें बांसलोई नदी पर पौड़ेयाहट प्रखंड स्थित असना लोअर, आमड़ापाड़ा अपर, सरैयाहाट प्रखंड के मोतिहारा नदी पर कालीपुर में, जरमुंडी-जामा के बीच जमनुियां में, सारठ के भुरभुरी में व जरमुंडी-जामा के बीच विशनपुर में डैम बनेगा.
सीडब्ल्यूसी व जीएसआइ ने संयुक्त रूप से सर्वे का काम पूरा कर लिया है. सीडब्ल्यूसी ने फाइनल रिपोर्ट तैयार कर ली है, अब यह रिपाेर्ट जीएसआइ को सौंप दी जायेगी. शनिवार को गोड्डा के सांसद निशिकांत दुबे ने देवघर सर्किट हाउस में दोनों टीम के अधिकारियों के साथ सर्वे की पूरी समीक्षा की. इस दौरान डैम से किन-किन क्षेत्रों में खेतों तक पानी पहुंचेगा व कितना एरिया प्रभावित होगा, इसकी विस्तृत समीक्षा हुई.