देवघर : डाबरग्राम पुलिस लाइन परिसर में बुधवार को पुलिस प्रशासन की पहल पर हेल्थ चेकअप कैंप का आयोजन किया गया. तीन घंटे के कैंप में तकरीबन 150 से अधिक पुलिसकर्मियों (जवान व अधिकारी) की शारीरिक जांच की गयी. जांच के बाद जो रिपोर्ट सामने आयी वह चौंकानेवाली ही नहीं परेशान करनेवाली है. जांच के दौरान कुल 150 पुलिसकर्मियों में 40 ब्लड प्रेशर के मरीज निकले, जबकि 25 से 26 मधुमेह से पीड़ित हैं. 15 से 20 पुलिसकर्मियों का यूरिक एसिड बढ़ा मिला, तो 15 से 20 दांत की समस्या से पीड़ित हैं.
दूसरी ओर 5 से 10 जवान स्पाइरोमीटर (फेफड़े की समस्या) के पीड़ित पाये गये हैं. शहर के थानों के दो थानेदार भी उच्च रक्तचाप से परेशान हैं. 150 में 30 से 40 पुलिसकर्मी ही पूरी तरह फिट पाये गये. जांच टीम में डॉ संजय, डॉ सतीश कुमार चौधरी व डॉ सुरेश कुणाल शामिल थे. जांच के बाद चिकित्सक भी आश्चर्यचकित थे. उन लोगों ने इस मामले को लेकर वहां मौजूद जिले की आरक्षी अधीक्षक ए विजयालक्ष्मी व डीएसपी रविकांत भूषण व राजकिशोर से भी बात की. उन लोगों ने इससे निबटने के लिए भी कुछ टिप्स दिये.
पुलिस बल की कमी व अतिरिक्त दबाव बन रही वजह
जिले में पुलिस बल की कमी है. अन्य जिलों की अपेक्षा कम साधन है. इस कारण यहां के कम पुलिसकर्मियों को अतिरिक्त काम करना होता है. इस कारण वो खुद को फिट नहीं रख पाते. जानकारी के अनुसार उन्हें फिट रखने के लिए सप्ताह में दो से तीन दिन परेड कराने के साथ, योग क्लास व समय-समय पर रिफ्रेशमेंट कोर्स भी कराया जाता है. बावजूद इसके नतीजे उत्साहवर्धक नहीं. बता दें कि यह हाल सिर्फ देवघर के पुलिसकर्मियों का नहीं, बल्कि राज्य भर का है.
जानकारों के अनुसार पुलिस बल की कमी के कारण काम का अतिरिक्त दबाव, रात-रात भर ड्यूटी करने के कारण कई समस्याओं से पीड़ित हो जाते हैं पुलिसकर्मी. आराम की कमी और समय पर भोजन नहीं कर पाने के कारण पाचन की समस्या, परिवार से दूर रहने व छुट्टियों के अभाव में अधिकतर पुलिस कर्मियों में चिड़चिड़ाहट की आदत तनाव का कारण बनती जा रही है.