देवघर : संतालपरगना के लोगों के लिए खुशखबरी है. लोगों की हवाई-यात्रा का सपना 2019 में पूरा हो जायेगा. लोगों के सपने को उड़ान देने के लिए देवघर इंटरनेशनल एयरपोर्ट निर्माण के लिए एयरपोर्ट अथॉरिटी अॉफ इंडिया लिमिटेड ने टेंडर निकाल दिया है. फर्स्ट फेज में 133.39 करोड़ का टेंडर निकाला गया है.
टेंडर की प्रक्रिया पूरी होने के बाद 24 महीने में एयरपोर्ट का काम पूरा कर लिया जायेगा. एएआइ की मानें तो 2019 से देवघर एयरपोर्ट से हवाई सेवा शुरू कर दी जायेगी. यहां से अंतरराष्ट्रीय हवाई सेवा शुरू होगी.
पहले यहां से एटीआर-72 व ए-321 विमान उड़ान भरेंगे.
2019 से देवघर एयरपोर्ट से…
वहीं जमीन की घेराबंदी के लिए चहार
दीवारी का निर्माण भी शुरू हो गया है.
आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा देवघर एयरपोर्ट
देवघर एयरपोर्ट सभी आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा. एयरपोर्ट निर्माण पर 350 करोड़ खर्च होंगे. जिसमें 50 करोड़ रुपये राज्य सरकार और 300 करोड़ योजना आयोग खर्च कर रहा है. एयरपोर्ट अथॉरिटी के अनुसार, देवघर में दो रनवे बनाये जाने की योजना है. एक, 2700 मीटर लंबा और दूसरा 2820 मीटर लंबा होगा. इसके अलावा प्रस्तावित एयरपोर्ट आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा.
रक्षा मंत्रालय ने भी दिये हैं 200 करोड़
देवघर में रक्षा मंत्रालय की ओर से रक्षा अनुसंधान केंद्र का निर्माण भी हो रहा है. इसलिए डिफेंस भी देवघर एयरपोर्ट का इस्तेमाल करेगा. इसके लिए अलग से इस एयरपोर्ट में सुविधा होगी. तत्कालीन रक्षा मंत्री मनोहर पार्रिकर ने देवघर एयरपोर्ट के लिए 200 करोड़ देने की स्वीकृति दी थी. ज्ञात हो कि देवघर में आयुध कारखाना व गोड्डा में सैनिक स्कूल खोलने का भी प्रस्ताव है. इसलिए भी डिफेंस ने इस एयरपोर्ट के लिए पैसा लगाया है.
एयरपोर्ट से इन इलाके के लोगों को होगा फायदा : देवघर एयरपोर्ट से हवाई सेवा शुरू होने से देवघर सहित संताल परगना के छह जिले के लोगों को फायदा तो होगा ही, यहां के लोगों को कम दूरी तय करने के बाद देवघर से अन्यत्र के लिए हवाई सेवा की सुविधा मिल जायेगी. वहीं संताल के आसपास के इलाके जैसे गिरिडीह, धनबाद, बिहार के भागलपुर, बांका, मुंगेर, जमुई, लखीसराय, पश्चिम बंगाल के आसनसोल, दुर्गापुर सहित कई इलाके के हवाई यात्रा करने वाले यात्रियों को फायदा होगा. अभी संताल के लोगों को यदि हवाई यात्रा करनी होती है तो उन्हें रांची, पटना या कोलकाता जाना पड़ता है. इन एयरपोर्ट की दूरी तकरीबन 200 से 400 किमी है.
एएआइ ने निकाला टेंडर, जमीन के सीमांकन का काम शुरू
350 करोड़ का है देवघर एयरपोर्ट का प्रोजेक्ट
सारी आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा एयरपोर्ट
देवघर एयरपोर्ट डीआरडीओ प्रोजेक्ट के लिए भी अहम
एटीआर-72 और ए-321 जैसे विमान भी भरेंगे उड़ान
टेंडर के अनुसार क्या-क्या होगा निर्माण : रन-वे का निर्माण, टैक्सी-वे, अप्रॉन, आइसोलेशन-वे, पेरिमीटर रोड, जमीन पर के सभी कार्य होंगे.
ये सभी सुविधाएं होंगी
600 एकड़ जमीन पर बनेगा
एयरपोर्ट में दो रन-वे का निर्माण होगा, एक की लंबाई 2700 मीटर और चौड़ाई 45 मीटर होगी जबकि दूसरे की लंबाई 2820 मीटर लंबी और 300 मीटर चौड़ी होगी.
156 एकड़ में आवास, टर्मिनल कांप्लेक्स, कार पार्क, कारगो कांप्लेक्स, एयरपोर्ट रेसिडेंशियल कॉलोनी व अन्य सुविधाएं रहेंगी.
-एयरपोर्ट में सुरक्षा के साथ-साथ एंटी हाइजैकिंग स्क्वायड की रहेगी व्यवस्था
-दिन-रात की हवाई सेवा की सुविधाएं भी रहेगी
-छोटा हैंगर भी बनेगा, जिसका उपयोग सिविल एविएशन करेगा
-रक्षा मंत्रालय की हवाई सेवा के लिए होगी विशेष व्यवस्था
यह विशेष एयरपोर्ट होगा क्योंकि इससे डिफेंस का जुड़ाव है. टेंडर निकल गया है. अब धरातल पर काम दिखेगा. 2019 तक देवघर हवाई सेवा शुरू हो जायेगी. इससे संताल के आर्थिक विकास का मार्ग प्रशस्त होगा. संताल को यह सौगात देने के लिए प्रधानमंत्री, वर्तमान एवं पूर्व रक्षा मंत्री, केंद्रीय नागर विमानन मंत्री, मुख्यमंत्री को आभार प्रकट करते हैं.