देवघर: मोहनपुर थाना क्षेत्र के तेलभंगा बढ़ियारी गांव में पारा शिक्षक लालजी यादव ने अपनी भाभी को 25 दिनों पहले डायन के आरोप में पीट कर घर से भगा दिया था. पीड़िता के बयान पर मोहनपुर थाना में पारा शिक्षक लालजी यादव समेत उनकी पत्नी पर डायन प्रातड़ना की प्राथिमकी दर्ज करायी है. लेकिन अब तक आरोपित लालजी यादव की गिरफ्तारी नहीं हो पायी. भय से पीड़िता ने अपने पति के साथ दूसरे गांव में शरण ले रखी है. पीड़िता अपनी बेटी के घर दुमका जिले के तालझारी थाने में बुनबुनी में रहती है.
16 मई को पारा शिक्षक लालजी यादव के पुत्र आशीष कुमार की मौत दुमका सदर अस्पताल में लू लगने से इलाज के दौरान हो गयी थी. लेकिन लालजी ने अपने बेटे की मौत के पीछे डायन का संदेह जताते हुए अपनी भाभी को ही डायन कहकर पीट दिया व भगा दिया. बुधवार को पीड़िता के पति सारवां में विधायक बादल से मिले व पूरी आपबीती सुनायी.
विधायक ने पूरे मामले को गंभीरता से लिया व डीडीसी जन्मेजय ठाकुर को फोन कर पीड़ित परिवार को प्रशासनिक पहल पर गांव में पुन: बसाने का निर्देश दिया. विधायक ने डीडीसी को कहा कि जब योजना बनाओ अभियान में प्रशासन डायन पर जागरूकता व प्रचार-प्रसार करती है तो ऐसी घटनाओं में पुलिस पर सब कुछ नहीं छोड़ा जाना चाहिए. गांव में ग्राम सभा की बैठक कर लोगों में डायन के प्रति फैली भ्रांतियां दूर करनी चाहिए. अगर एक पारा शिक्षक ही यह करतूत करेगा तो समाज कैसे जागरूक होगा. डीडीसी ने मोहनपुर बीडीओ शैलेंद्र रजक को पीड़ित परिवार को बसाने के लिए तेलभंगा बुढ़ीयारी गांव में ग्राम सभा कराने का निर्देश दिया है.