देवघर: नगर निगम सभागार में मंगलवार को निगम संपूर्ण बोर्ड की बैठक हुई. इसकी अध्यक्षता मेयर रीता राज खवाड़े ने की. इसमें कई मुद्दों पर विस्तार से चर्चा हुई तथा कई प्रस्ताव पारित किये गये. बैठक में सर्वसम्मति से श्रावणी मेला काे सफल बनाने का निर्णय लिया गया. डिप्टी मेयर नीतू देवी ने 44 गांवों के विकास का मामला उठाया. कहा कि गांवों में अब तक विकास नहीं हुआ है, इससे ग्रामीणों में निगम के प्रति नाराजगी है. इन गांवों में सड़क व नाला निर्माण सहित बिजली पहुंचाने का काम हो. वहीं पार्षद आशीष झा ने श्रावणी मेला के दौरान शहरी क्षेत्र में शराब, मांस, मछली व मुरगा की बिक्री पर रोक लगाने की मांग की.
कहा कि इससे विधि व्यवस्था संचालन में मदद मिलेगी. उन्होंने केके स्टेडियम को भी नगर विकास विभाग के पत्र के आधार पर डीएसए से वापस लेकर निगम के अधीन करने की अपील की. इस पर अधिकांश पार्षदों ने सहमति जतायी. इस पर सीइओ संजय कुमार सिंह ने कहा कि डीसी से पहले भी पत्राचार किया गया है, फिर किया जायेगा. पार्षद शैलजा देवी ने प्रोसिडिंग कॉपी में फेरबदल पर नाराजगी जताते हुए कार्रवाई की वीडियोग्राफी की सीडी सभी पार्षदों को देने की मांग की. वहीं रवि राउत ने भाजपा जिलाध्यक्ष के लेटर पैड से सड़क-नाला बनाने की मांग पर आपत्ति की. पार्षद मृत्युंजय राउत ने रेलवे के पास जमा निगम के पैसों को वापस लेने की मांग की.
उन्होंने पहले के टेंडर का काम पूरा करने के बाद ही दूसरा टेंडर निकालने की बात कही. पार्षद शुभलक्ष्मी देवी ने शहर में पानी की समस्या पर ध्यान आकृष्ट कराया तथा हर वार्ड में दो-दो चापानल देने की मांग की. इस प्रस्ताव को पारित किया गया. इसके अलावा समीर-मुकुल को हटाने के मुद्दे पर निगम दो भागों में बंट गया. डिप्टी मेयर ने निगम में पर्याप्त संख्या में अभियंता होने के बात कहते हुए आंतरिक स्रोत से दोनों अभियंताओं को रखने का विरोध किया.
इस पर मेयर सहित कई पार्षदों ने आपत्ति जतायी. उन्होंने दोनों को अनुभवी बताते हुए अभी रखने की बात कही. इस पर दोनों ओर से पार्षदों ने आवाज उठाना शुरू कर दिया. बैठक में पार्षद रीता चौरसिया, बिहारी महतो, डॉली देवी, शहनाज प्रवीण, दिनेश यादव, कार्तिक यादव आदि मौजूद थे.