अन्य मद से मिलने वाली राशि अब तक प्राप्त नहीं हुई है. इस संबंध में जब चिरकुंडा के लिपिक विनय कुमार से संपर्क किया तो उन्होंने निरसा सीएचसी के प्रभारी व लिपिक से बात करने के लिए कहा. निरसा सीएचसी के बड़ा बाबू से संपर्क किया तो उन्होंने मुझसे राशि भुगतान के एवज में 10-12 हजार रुपया सुविधा शुल्क देने की बात कही. इसका वॉयस रिकॉर्ड भी उनके पास है.
भविष्य निधि का अंतिम प्रत्यारहण भी किया जा चुका है, लेकिन अभी तक विपत्र ट्रेजरी में जमा नहीं किया गया है. इसके कारण उन्हें आर्थिक नुकसान हो रहा है. वहीं विभाग के बड़ा बाबू ने आरोपों को गलत बताया है. इस संबंध में निरसा सीएचसी के प्रभारी डॉ एसके गुप्ता ने कहा कि आरोप बेबुनियाद व मनगढ़ंत है. उक्त एएनएम का बिल ट्रेजरी में भेज दिया गया है.