फाल्गुनी मरीक कुशवाहा, देवघर. देवघर सिविल कोर्ट में दर्ज मुकदमों के स्पीडी ट्रायल से मामलों के निबटारे में तेजी आयी है. मगर, जिस तेजी से मामलों का निबटारा हो रहा है, उससे अधिक गति से नये मुकदमे दर्ज हो रहे हैं. सिविल कोर्ट देवघर हो या मधुपुर अनुमंडल सिविल कोर्ट, कार्यालय की अवधि के दौरान मुकदमा लड़ने वाले पक्षकारों की भीड़ लगी रहती है. पक्षकारों को चाहत रहती है कि हर प्रकार के दावं-पेंच से मुकदमे में बाजी मारें, लेकिन न्यायिक प्रक्रिया में वर्षों तक चक्कर लगाने ही पड़ते हैं.
न्याय मंडल, देवघर, में वर्तमान में 23 हजार से अधिक मामलों का ट्रायल विभिन्न न्यायालयों में चल रहा है. इनमेंं से 5,970 केस पुराने केस की श्रेणी में हैं. इसे पांच साल के पुराने मामलों की श्रेणी में रखा गया है और प्राथमिकता के साथ अभिलेख की सुनवाई की जा रही है. कई मामलों के पक्षकार लोअर कोर्ट के पारित आदेश की अपील हाइकोर्ट में किये हैं और आदेश की प्रतीक्षा में विभिन्न अदालतों में लंबित हैं.
देवघर सिविल कोर्ट में चल रहे मामलों की अद्यतन स्थिति
थानों में काउंटर केस दर्ज कराने की बढ़ी संख्या
25,160 क्रिमिनल केस हुए हैं दाखिल
देवघर जिले में जहां एक ओर से आबादी बढ़ी है, तो वहीं विवादों के कारण केस का भी ग्राफ अधिक हुआ है. आधुनिक तकनीकी विकास के चलते नये तरीके के अपराध में काफी इजाफा हुआ है. सिविल केस से पांच गुना अधिक क्रिमिनल केस दर्ज हुए हैं. प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, 4,840 सिविल केस और 25,160 क्रिमिनल केस न्याय मंडल देवघर में चल रहे हैं. सिविल केस में टाइटिल सूट जो अब ओरिजनल सूट के नाम से जाना जा रहा है, के अलावा मेट्रिमोनियल केस भी शामिल हैं. फैमिली कोर्ट में चल रहे म्युचुअल डाइवोर्स केस भी सिविल सूट की श्रेणी में हैं. क्रिमिनल केस में मारपीट, गाली-गलौज, चोरी डकैती, छिनतई, अपहरण, हत्या, दुष्कर्म, छेड़खानी, दहेज प्रताड़ना, दहेज हत्या, बिजली चोरी, वनों से लकड़ी कटाई, वन भूमि अतिक्रमण, आगजनी, साइबर ठगी, बाल अपराध, मानव तस्करी, वन्य जीव-जंतु तस्करी, चेक बाउंस, जालसाजी, ठगी, धोखाधड़ी, जुआ खेलना, रंगदारी, आर्म्स एक्ट, बम विस्फोट, शादी का झांसा देकर याैन शोषण करना, डायन प्रतिषेध अधिनियम आदि शामिल हैं.
देवघर अनुमंडल एवं मधुपुर अनुमंडल के परिक्षेत्र के थानों में केस दर्ज करने की गति में भी तेजी आयी है. थाना में जितने केस दर्ज कराये जा रहे है. केस एवं काउंटर केस दर्ज कराने की परिपाटी बढ़ी है.देवघर अनुमंडल क्षेत्र में देवघर, जसीडीह, कुंडा, देवीपुर, सारवां, मोहनपुर, सोनारायठाढ़ी, महिला थाना देवघर, साइबर थाना देवघर, बाबा मंदिर थाना देवघर एवं मधुपुर अनुमंडल के परिसीमन के बाद मधुपुर, महिला थाना मधुपुर, सारठ, पालोजोरी, करौं, मारगोमुंडा, बुढ़ैई, पाथरौल, पथड्डा आदि हैं.
(जनवरी -2023 से जुलाई 2023 तक )
सेशन कोर्ट के मामले
केस प्रकार -- लंबित -- निष्पादित -- कुल
अग्रिम जमानत आवेदन -- 211 -- 710 -- 921
जमानत आवेदन -- 32 -- 462 -- 494
सिविल अपील -- 85 -- 07 -- 92
क्रिमिनल अपील -- 39 -- 24 -- 63
परिवाद पत्र -- 34 -- 06 -- 40
क्रिमिनल रिविजन -- 51 -- 53 -- 104
क्रिमिनल जुबेनाइल अपील -- 02 -- 31 -- 33
साइबर क्राइम केस -- 30 -- 02 -- 32
इलेक्ट्रिसिटी केस -- 78 -- 04 -- 82
एनडीपीएस एक्ट -- 05 -- 04 -- 09
पॉक्सो एक्ट केस -- 17 -- 15 -- 32
सेशन ट्रायल केस 200 178 378
एग्जिक्यूशन केस -- 06 -- 04 -- 10
माेटर एक्सीडेंट क्लेम -- 22 -- 00 -- 22
विविध आवेदन -- 86 -- 1312 -- 1398
अवर न्यायाधीश देवघर में दाखिल सूट
केस प्रकार -- लंबित -- निष्पादित -- कुल
ओरिजनल सूट -- 155 -- 000 -- 155
फैमिली कोर्ट के मामले
केस प्रकार -- लंबित -- निष्पादित -- कुल
ओरिजनल मेंटेनेंस केस -- 165 -- 24 -- 189
ओरिजनल मेट्रिमोनियल सूट -- 189 -- 49 -- 258
न्यायिक दंडाधिकारी की अदालतों के आंकड़े
केस प्रकार -- लंबित -- निष्पादित -- कुल
परिवाद पत्र -- 773 -- 152 -- 925
जीरआर केस -- 821 -- 97 -- 918
विविध आवेदन -- 281 -- 2420 -- 2701