चतरा. भारत मुक्ति मोर्चा, बहुजन क्रांति मोर्चा, राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग मोर्चा व राष्ट्रीय परिवर्तन मोर्चा संयुक्त के तत्वावधान में छह सूत्री मांगों को लेकर बुधवार को संविधान और लोकतंत्र की रक्षा के लिए जेल भरो आंदोलन चलाया गया. इसका नेतृत्व भारत मुक्ति मोर्चा के जिलाध्यक्ष राजेश राम व पिछड़ा वर्ग मोर्चा के जिलाध्यक्ष रवींद्र यादव ने किया. मौके पर समाहरणालय के समीप से रैली निकाली गयी, जो जतराहीबाग होते हुए सदर थाना पहुंची. यहां पहुंच कर नेता गिरफ्तारी देने पर अड़े गये. साथ ही केंद्र सरकार के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की. कुछ देर बाद थाना प्रभारी विपिन कुमार ने सभी को समझा बुझा कर वापस भेजा. इसके बाद उपायुक्त रमेश घोलप को राष्ट्रपति के नाम पर छह सूत्री मांग पत्र सौंपा गया, जिसमें इवीएम को हटा कर बैलेट पेपर से पारदर्शी चुनाव कराने, जाति आधारित जनगणना कराने, संविधान निर्माता बाबा साहब भीमराव आंबेडकर पर की गयी टिप्पणी को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को इस्तीफा देने, महाबोधि महाविहार की मुक्ति, वक्फ संशोधन विधेयक वापस लेने व बहुजन समाज से जुड़े समस्याओं के समाधान करने की मांग की गयी है. आंदोलन में अरुण कुमार यादव, अशोक रजक, रामेश्वर यादव, रामभरोष यादव, अशोक दांगी, श्यामदेव मेहता, पूनम यादव, खेमनराम, संतोष आनंद, आदित्य यादव, सुभाष भारती, कमरूद्दीन अंसारी, भुनेश्वर भोगता आदि शामिल थे.
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