16 सीएच 1- होटल गंगा पैलेस के चारो तरफ भरा पानी 2- बक्सा नदी के बांध से ओवरफ्लो होते पानी. इटखोरी. प्रखंड में तीन दिन (14-16 जुलाई तक) लगातार हुई बारिश से इटखोरी पानी-पानी हो गया है. चारों तरफ पानी दिखाई दे रहा है. खेत में भरा पानी अहरा की तरह दिखाई दे रहा है. कच्चा मकान हो या पक्का मकान सभी के छतों से पानी टपकने लगा है. दीवारों से शीलन होकर घरों के आंगन में पानी जमा हो गया. लगातार बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया. लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो गया. घरेलू उपयोग सब्जी समेत अन्य जरूरत का सामान खरीदना मुश्किल हो गया. नदी, तालाब, अहरा, कुआं, डोभा सभी भर गया है. खेत तालाब की तरह दिखने लगा है. भद्रकाली मंदिर के मुख्य सड़क पर तालाब व खेतों का पानी बहने लगा. खेतों में लगा भिंडी,धनियां, नेनुआ, कुंदरी, कच्चू, पेकची समेत कई हरी सब्जियां खराब हो गयी. कई लोगों के घरों में पानी घुस गया. दैनिक मजदूरों के समक्ष रोजी रोटी की समस्या हो गयी है. ग्रामीण क्षेत्रों के गली मोहल्लों का सड़क कीचड़ में तब्दील हो गया. बारिश से दो लोगो का कच्चा मकान गिरा 16 सीएच 4- गिरे घर के साथ महिला. सिमरिया. प्रखंड के सिकरी गांव में बारिश से दो लोगो का कच्चा मकान गिर गया. जिसमें आशा कुमारी (पति हुलास महतो), बिलासो देवी (पति बीरबल महतो) का घर शामिल है. घर गिरने से दोनो परिवार के लोगो को रहने में परेशानी हो रही है. भुक्तभोगियों ने बताया कि मंगलवार की शाम तेज बारिश के दौरान घर अचानक भरभरा कर गिर गया. घर में रखा खाद्य सामाग्री चावल, गेहूं, प्याज आदि दबकर बर्बाद हो गया. भुक्तभोगी परिवार के लोगो ने अंचल कार्यालय से आपदा राहत के तहत मुआवजा देने व बीडीओ से आवास योजना का लाभ देने की गुहार लगायी है.
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