चतरा. ईसाई धर्मावलंबियों ने रविवार को खजूर रविवार पर्व मनाया. इस अवसर पर भव्य शोभायात्रा निकाली गयी, जो नाजरेथ विद्या निकेतन से निकलकर संत तेरेसा चर्च पहुंची. शोभायात्रा में शामिल लोग हाथों में खजूर की डाली लिये हुए चल रहे थे. चर्च पहुंचने पर वहां विशेष प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया. साथ ही प्रभु यीशु के बलिदान को याद किया गया. बाइबल का पाठ किया गया. मौके पर फादर नबोर कुजूर ने कहा कि प्रभु यीशु को याद करने के लिए यह पर्व मनाया जाता है. बाइबल के अनुसार प्रभु यीशु के यरूशलम पहुंचने पर लोग उनके स्वागत के लिए खजूर की डालियां लहराते हुए एकत्रित हुए थे, इसलिए इस दिन की याद में हर साल पाम संडे या खजूर रविवार मनाया जाता है. ईसाई धर्मावलंबियों के लिए यह सप्ताह बहुत पवित्र और खास है, क्योंकि इस सप्ताह में गुड फ्राइडे व इस्टर का पर्व हैं. इस अवसर फादर तिलेसफोर बाड़ा के अलावा अभिषेक बेग, संदीप रौशन लिंडा, चंद्रकांत लकड़ा, ग्रेगोरी लिंडा, संदीप टोप्पो सहित बड़ी संख्या में मसीही विश्वासी मौजूद थे.
भगवान परशुराम जयंती मनाने का निर्णय
टंडवा. भगवान परशुराम जयंती मनाने के लिए सर्व ब्राह्मण सेवा संस्थान की बैठक मार्केट कॉम्प्लेक्स स्थित समाज के कार्यालय में हुई. अध्यक्षता उपेंद्र पांडेय व संचालन धनंजय चौबे ने किया. बैठक में 29 अप्रैल को नगर भवन में परशुराम जयंती मनाने का निर्णय हुआ. इससे पहले समाज के लोग पदयात्रा निकालेंगे. इस अवसर पर अक्षयवट पांडेय, ईश्वर दयाल पांडेय, रामबालक तिवारी, अजीत पांडेय, सुमन भारतीय, गोविंद पंडा, ब्रज किशोर पांडेय, विकास पांडेय, विशाल पांडेय, प्रकाश पाठक,नीरज तिवारी, रामनारायण पांडेय, संतोष पांडेय, सतीश पाठक, संजीव तिवारी, प्रमोद पांडेय आदि उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है