चतरा : झारखंड के उग्रवाद प्रभावित जिला में उग्रवादी फिर सक्रिय होते दिख रहे हैं. नक्सली संगठन लगातार सरकारी योजनाओं के तहत बननेवाली सड़कों का निर्माण कार्य बाधित कर रहे हैं. उग्रवादी के उत्पात से 270 करोड़ रुपये की चतरा-हजारीबाग सड़क परियोजना पर ग्रहण लगता दिख रहा है.
इसे भी पढ़ें : राजमहल की बसाल्ट चट्टानें ग्लोबल वार्मिंग को करती हैं कंट्रोल, अाज दुनिया को बतायेंगे आदिवासी वैज्ञानिक प्रेम चंद
पुलिस ने उग्रवादियों के खिलाफ ऑपरेशन चलाया, तो उग्रवादी घटनाओं में कुछ कमी आयी थी. यदि कहीं कोई उग्रवादी घटना होती भी थी, तो वहां उग्रवादियों की संख्या दो-चार या मुश्किल से 8-10 हुआ करती थी. लेकिन, गिद्धौर थाना के सलीमपुरस्थित आरकेएस कंपनी के कैंप में इस बार 40 उग्रवादी पहुंचे.वहां जमकर उत्पात मचाया. काम में लगे कर्मचारियों के साथ मारपीट की.
ताजा नक्सली वारदात से कैंप के कर्मचारी दहशत में हैं. वे काम करने के लिए तैयार नहीं हैं. उनका कहना है कि वे लोग जान जोखिम में डाल कर काम करते हैं. नक्सली आये और हमारे साथ मारपीट की. कर्मचारियों ने बताया कि नक्सलियों ने कहा है कि अपने ठेकेदार से बोलो पार्टी से मिलेगा. तब तक काम बंद रहेगा.
इसे भी पढ़ें : VIDEO : देखिये, क्या हैं सारंडा के हालात, ऑपरेशन एनाकोंडा के बाद कितनी बदली स्थिति
यहां बताना प्रासंगिक होगा कि पिछले दिनों इटखोरी-चतरा पथ पर बसाने नदी पर बन रहे पुल के निर्माण कार्य में लगी जेसीबी मशीन को अज्ञात नक्सली संगठन के उग्रवादियों ने जला दिया था.तब नक्सलियों की संख्या 8-10 थी. उस दिन नक्सलियों ने जेसीबी मशीन को आग लगा दी थी. प्लांट के गार्ड को पीटाऔर काम बंद रखने की हिदायत दी.