चाईबासा.
झारखंड पुनरुत्थान अभियान की एक आवश्यक बैठक रविवार को चाईबासा आइटीआइ परिसर में अभियान के जिला संयोजक अमृत माझी की अध्यक्षता में आयोजित की गयी. बैठक में वर्तमान सामाजिक एवं राजनीतिक परिस्थितियों पर चर्चा करते हुए यह महसूस किया गया कि जनहित में संघर्ष के लिए गैर-राजनीतिक सामाजिक संगठनों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण होती जा रही है. सदस्यों ने कहा कि झारखंड पुनरुत्थान अभियान पिछले दो वर्षों से जनहित में निरंतर संघर्ष कर रहा है और यह संघर्ष भविष्य में भी जारी रहना चाहिए. इस क्रम में संगठन को और अधिक प्रभावशाली बनाने के लिए अब संयोजक प्रणाली के स्थान पर अध्यक्षीय प्रणाली लागू करने की आवश्यकता पर सहमति बनी.बैठक में अभियान के सभी संस्थापक सदस्यों ने संगठनात्मक अनुभव और कार्यकुशलता को ध्यान में रखते हुए सन्नी सिंकु को स्वविवेक से संगठन विस्तार करने की जवाबदेही सौंपी. सभी सदस्यों ने उनके नेतृत्व में अभियान के और मजबूत होने की उम्मीद जतायी. मौके पर संस्थापक सदस्य कोलंबस हांसदा, सुमंत ज्योति सिंकु, नारायण सिंह पुरती, अतीश गागराई, मंगल सरदार, विकास केराई, संजय बिरुली, विनीत लागुरी, विश्वनाथ बोबोंगा, दामु गागराई, शैली शैलेंद्र सिंकु, रेयांस सामड, नितिन जामुदा, अलबिन एक्का, विशाल गुड़िया, केदारनाथ कालुंडिया, संतोष कुमार सवैंया और आजंबर गुड़िया सहित कई अन्य सदस्य उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है