चक्रधरपुरपश्चिमी सिंहभूम के प्राथमिक शिक्षकों को ग्रेड-4 में प्रोन्नति मिलेगी. जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय से फाइनल वरीयता सूची प्रकाशित कर दी गयी है. जिला के वेबसाइट पर सूची जारी कर शिक्षकों से अवलोकन करने को कहा गया है. डीएसइ के मुताबिक झारखंड राजकीयकृत प्रोन्नति नियमावली 1993 के आलोक में शिक्षकों की दावा-आपत्ति के बाद वरीयता सूची जिला के वेबसाइट पर जारी की गयी है.
अब दावा-आपत्ति स्वीकार नहीं :
पूर्व में भी 6-7 बार सूची जारी कर दावा एवं आपत्ति ली गयी थी. अंतिम बार 8 मई तक की अवधि दी गयी थी, जिसका निराकरण कर दिया गया है. इस बार फाइनल वरीयता सूची जारी की गयी है और दावा एवं आपत्ति स्वीकार नहीं की जायेगी.रिक्त पदों का विवरण नहीं :
ग्रेड-4 में प्रोन्नति रिक्ति के विरुद्ध दी जाती है. केवल मध्य विद्यालयों में स्नातक कला, स्नातक विज्ञान एवं स्नातक भाषा के पद पर प्रोन्नति दी जाती है. ये सभी पद केवल मध्य विद्यालयों में स्वीकृत होते हैं. सभी मध्य विद्यालयों में इसके कम से कम 1-1 पद अवश्य होते हैं. अंतिम बार 1917 में इन पदों पर प्रोन्नति दी गयी थी. 2025 तक अधिकतर स्कूलों में ग्रेड-4 के शिक्षक सेवानिवृत हो चुके हैं. कुछ स्कूलों में ही ग्रेड-4 के शिक्षक कार्यरत हैं. हालांकि डीएसइ कार्यालय द्वारा ग्रेड-4 के रिक्त पदों की सूची अभी जारी नहीं की गयी है.
कला, विज्ञान व भाषा में मिलेगी प्रोन्नति :
जिला शिक्षा अधीक्षक द्वारा तीन स्तर की वरीयता सूची जारी की गयी है. विज्ञान, कला और भाषा में प्रोन्नति पाने वाले शिक्षकों की अलग-अलग सूची शामिल है. विज्ञान शिक्षकों की सूची : सामान्य श्रेणी में 231 शिक्षक-शिक्षिकाओं के नाम शामिल हैं. एससी में 4 तथा एसटी 18 समेत कुल 253 शिक्षकों के नाम सूची में शामिल किये गये हैं.
भाषा शिक्षकों की सूची :
इसमें 111 सामान्य, एससी 9, एसटी 134 समेत कुल 254 शिक्षकों के नाम सूची में शामिल हैं, कला शिक्षकों की सूची: इसें सामान्य 264, एससी 22 एवं एसटी 637 समेत 923 शिक्षक-शिक्षिकाओं के नाम सूची में शामिल हैं.रिक्ति के विरुद्ध मिलेगी प्रोन्नति : सूची में शामिल सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं को प्रोन्नति नहीं मिलेगी, बल्कि पश्चिमी सिंहभूम जिले के सभी 18 शैक्षणिक प्रखंडों के मध्य विद्यालयों में जितनी सीटें खाली रहेंगी, उतने ही शिक्षकों को प्रोन्नति दी जायेगी. अभी जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय द्वारा रिक्त स्कूलों की सूची जारी नहीं की गयी है.
ग्रेड 4 में प्रोन्नति न मिलने से असंतोष :
पश्चिमी सिंहभूम आदिवासी बहुल क्षेत्र है. यहां के सरकारी शिक्षकों की भूमिका शिक्षा देने के साथ-साथ सामाजिक चेतना और समावेशी विकास में योगदान देने में रहती है. 2017 के बाद से शिक्षकों को ग्रेड 4 में प्रोन्नति नहीं दिए जाने से उनमें असंतोष है.
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