चाईबासा. कस्तूरबा बालिका विद्यालय से घर लौटी बच्ची को जब मां ने कहा कि चलो स्कूल पहुंचा देंगे, तो सातवीं कक्षा की छात्रा (12) ने नाराज होकर जहर खा ली, जिससे उसकी मौत हो गयी. घटना टोंटो प्रखंड के माइलपी गांव की है. जब बच्ची की तबीयत बिगड़ने लगी, तो परिजन उसे लेकर सदर अस्पताल पहुंचे, जहां छात्रा की मौत हो गयी.
गर्मी छुट्टी के बाद स्कूल जाने की बात कह रही थी
जानकारी के अनुसार, पेशे से किसान करसे हेस्सा की बेटी श्रीमोती हेस्सा कस्तूरबा विद्यालय में कक्षा सात में पढ़ाई कर रही थी. वह एक माह पूर्व छुट्टी पर घर आयी थी. काफी दिनों तक छात्रा के विद्यालय नहीं लौटने पर शिक्षिका ने अभिभावकों को फोन कर बेटी को विद्यालय भेजने को कहा. पर छात्रा विद्यालय जाना नहीं चाह रही थी. जब मां ने विद्यालय जाने के लिए कहा तो उसने कहा कि वह गर्मी छुट्टी के बाद स्कूल जायेगी. जब मां ने कहा कि चलो मैं खुद तुम्हें स्कूल पहुंचा दूंगी. इससे बच्ची नाराज हो गयी और विषाक्त पदार्थ का सेवन कर लिया. थोडी ही देर बाद उसकी तबीयत बिगड़ने लगी. इसके बाद माता-पिता उसे लेकर सदर अस्पताल पहुंचे. यहां चिकित्सकों ने उसे बचाने की भरपूर कोशिश की. पर जहर का असर का ज्यादा चढ़ जाने के कारण चिकित्सक बच्ची को बचा नहीं सके. परिजन का रो-रोकर बुरा हाल था.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है