फुसरो, कश्मीर से कन्याकुमारी तक चल रही राष्ट्रव्यापी स्वर्वेद संदेश यात्रा मंगलवार को फुसरो पहुंची. फुसरो के बैंक्विट हॉल परिसर में जय स्वर्वेद संदेश कथा एवं ध्यान साधना सत्र का आयोजन किया गया. सर्वप्रथम अ अंकित ध्वज को फहराया गया. संत प्रवर श्री विज्ञानदेव जी महाराज ने श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि सत्संगति जीवन को निखारती है. शरीर की पुष्टि और इंद्रियों की तृप्ति मानव जीवन का उद्देश्य नहीं हो सकती. मानव जीवन केवल अर्थ और काम तक सीमित नहीं है. यह जीवन लोककल्याण और आत्म व ईश्वर साक्षात्कार के लिए मिला है. मन को साधें तो, जीवन सरल हो जायेगा. बाहर की लड़ाईयां भीतर की हार से जन्म लेती हैं. आंतरिक शांति के अभाव से ही आज विश्व में अशांति है. कहा कि अध्यात्म का महाशास्त्र है स्वर्वेद. स्वर्वेद आध्यात्मिक ज्ञान का चेतन प्रकाश है. जिसके आलोक में अविद्या, अंधकार, मिथ्याज्ञान नष्ट होते हैं. अशांति एवं वैमनस्य से पीड़ित विश्व में शांति एवं सौहार्द की स्थापना करने का सर्वश्रेष्ठ माध्यम स्वर्वेद है. जीवन में स्वर्वेद का आचरण अनंत ऊंचाइयों तक ले जाता है.
आयोजकों ने बताया कि सद्गुरु महाराज द्वारा लिखित रचित स्वर्वेद ग्रंथ के संदेशों व उनके उद्देश्य को लोगों तक पहुंचाया जा रहा है.कई राज्यों से गुजरी है यह यात्रा
समर्पण दीप अध्यात्म महोत्सव विहंगम योग संत समाज के 102वें वार्षिकोत्सव और 25,000 कुंडीय स्वर्वेद ज्ञान महायज्ञ के निमित्त संत प्रवर श्री विज्ञान देव जी महाराज द्वारा 29 जून को संकल्प यात्रा का शुभारंभ कश्मीर की धरती से किया गया है. यह यात्रा जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, गुजरात, राजस्थान, हरियाणा, चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश, बिहार और अब झारखंड में गतिमान है. 25 और 26 नवंबर को विशालतम ध्यान-साधना केंद्र (मेडिटेशन सेंटर) स्वर्वेद महामंदिर, वाराणसी में 25,000 कुंडीय स्वर्वेद ज्ञान महायज्ञ होना है. मौके पर गिरिडीह के पूर्व सांसद रवींद्र कुमार पांडेय, द्वारिका प्रसाद बसंल, ललन सिंह, देवतानंद दुबे, अग्रवाल कल्याण महासभा के अनिल अग्रवाल,सुशांत राईका, सुखनंदन सिंह सदय, उदय प्रताप सिंह, कमलेश प्रसाद श्रीवास्तव, नागेश्वर प्रसाद मेहता, नीलकंठ रविदास, आनंद केशरी, केपी सिंह, प्यारे लाल यादव, रमेश ठाकुर, जानकी यादव, शिवचंद यादव, मिथिलेश, पंचानंद साव, नारायण मल्लाह, सुखलाल महतो, मालती देवी, ममता देवी, सुजीत, द्वारिका प्रसाद महतो, रामेश्वर महतो, रामनरेश, गुरुचरण, काली चरण सिंह, लोकनाथ महतो, नरेश मिश्रा सहित काफी संख्या में लोग मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

