Bokaro News : जल प्रदूषण को दूर करने को लेकर डीवीसी का चंद्रपुरा प्रबंधन गंभीर है. यहां चार साल पहले सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट बनने का काम चालू हुआ, जिसमें दो प्लांट पिछले वर्ष ही बन कर तैयार हो चुका है. 2.1 एमएलडी क्षमता के प्लांट का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है, जिसका उद्घाटन 28 अगस्त को डीवीसी के सदस्य (वित्त) अरूप सरकार करेंगे. बता दें कि उक्त प्लांट का निर्माण गुजरात की कंपनी मेसर्स भरत पटेल ने किया है. चंद्रपुरा के डी टाइप खटाल के पास बना सबसे बड़ा सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट है. इसके पूर्व दो व तीन नंबर प्लांट का उद्घाटन सितंबर 24 में हो चुका है. तीनों प्लांटों की लागत लगभग साढ़े 23 करोड़ रुपये आयी है. सीवरेज प्लांट बनाने का उद्देश्य नागरीय क्षेत्र से निकलने वाली गंदगी को नदियों में जाने से रोकना है. बता दें कि चंद्रपुरा से निकलने वाली कई नालों की गंदगी सीधे दामोदर नदी में जाती थी, जिसे इस प्लांट के माध्यम से रोका जायेगा. इस प्लांट में रिसीविंग चेंबर, मेन पंपिंग क्लेक्षन चेंबर, प्राइमरी ट्रीटमेंट यूनिट, ओपेन टैंक, एमबीवीआर, क्लोनिंग फायर आदि संरचनाएं व मशीनरी बनायी गयी हैं. बताया गया कि प्लांट में आये गंदगी का बायो प्रोडक्ट कर इससे केक बनेगा, जो जैविक खाद के रूप में खेती कार्यों में उपयोग में लाया जा सकता है. इसी प्लांट में दूषित पानी को फिर से उपयोग में लाने के लिए एसटीपी का प्रयोग होता है. प्लांट में गंदे पानी को साफ करने के लिए भौतिक, रासायनिक और जैविक विधि का प्रयोग किया जाता है. इसके बाद इस पानी को दोबारा प्रयोग में लाने लायक बनाया जायेगा.
पर्यावरण को स्वच्छ रखने पर काम कर रहा है प्रबंधन : वीएन शर्मा
प्लांट के वरीय महाप्रबंधक सह परियोजना प्रधान वीएन शर्मा ने कहा कि प्रबंधन पर्यावरण को स्वच्छ रखने पर काम कर रहा है. जलीय प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट बन गया है. इससे जलीय प्रदूषण को रोका जायेगा. इसके उद्घाटन की तैयारी की गयी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

