राकेश वर्मा, बेरमो, बोकारो उपायुक्त अजय नाथ झा के निर्देश पर जर्जर खेतको पुल पर 13 जुलाई से बड़े वाहनों के आवागमन पर रोक लगा दी गयी है. पेटरवार और बेरमो प्रखंड को जोड़ने वाले इस पुल के दोनों छोर पर बेरिकेडिंग कर दी गयी थी तथा सूचना बोर्ड लगाया गया. लेकिन कुछ लोगों ने बेरिकेडिंग तोड़ दिया था. इधर, दो माह बाद भी पुल के मरम्मत कार्य शुरू नहीं किया जा सका है.
स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन ने समय रहते पुल की मरम्मत नहीं करायी. जब पुल अधिक जर्जर हो गया तो प्रशासन व विभाग कुछ माह पूर्व सजग हुआ. लेकिन अभी तक मरम्मत का कार्य शुरू नही किया गया है. दूसरी ओर बालू का अवैध खनन और उठाव अभी भी जारी है. मालूम हो कि यह पुल वर्ष 2011 में करोड़ों की लागत से बन कर तैयार हुआ था. लेकिन कुछ ही सालों के बाद पुल के सात-आठ पिलर क्षतिग्रस्त हो गये. आधा दर्जन से अधिक टीमें पुल की जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत कर चुकी है. बोकारो उपायुक्त द्वारा गठित टीम भी जांच कर चुकी है. जानकारी के अनुसार विशेष प्रमंडल बोकारो द्वारा पुल के क्षतिग्रस्त हिस्से की मरम्मत को लेकर प्राक्कलन तैयार कर अग्रतर कार्रवाई के लिए अधीक्षण अभियंता ग्रामीण विकास विशेष अंचल, हजारीबाग को भेजा गया है. पुल की मरम्मत पर लगभग 65 लाख रुपये खर्च होने का अनुमान है.झामुमो नेता ने सीएम को लिखा था पत्र
झामुमो नेता काशीनाथ केवट ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिख कर इस पुल की नींव में आयी दरार और इससे संभावित खतरों से अवगत कराया था. कहा था कि यह पुल दर्जनों गांवों के लोगों के लिए महत्वपूर्ण है. घटिया निर्माण कार्य और नदी तट से निरंतर बालू के अवैध उठाव के कारण पुल की नींव जर्जर हुई है. जल्द ही पुल पर फिर से बेरिकेडिंग की जायेगी. पुल की मरम्मत को लेकर सरकार को पत्राचार किया गया है. जल्द मरम्मत कार्य शुरू होने की संभावना है.मुकेश मछुआ, एसडीएम, बेरमो
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