चंदनकियारी, चंदनकियारी प्रखंड अंतर्गत राजकीयकृत मध्य विद्यालय मांढरा के शिक्षकों व बच्चों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है. विद्यालय परिसर लगभग एक एकड़ में फैला है. भवन के कई कमरे जर्जर हैं, जिसे विभाग की ओर से रंग-रोगन कर दिया गया है. विद्यालय परिसर पक्का नहीं होने के कारण बरसात में परिसर में जलजमाव हो जाता है. इस कारण पूरा परिसर कीचड़ से भर जाता है. इससे विद्यार्थियों के साथ-साथ शिक्षकों को काफी परेशानी उठानी पड़ती है. वहीं मात्र आठ शिक्षकों के भरोसे ही 380 बच्चों की पठन-पाठन व्यवस्था चल रही है. मांढरा गांव के जिस टोला में विद्यालय स्थित हैं, उस टोला में पेयजल की व्यवस्था नहीं है. इस कारण विद्यालय परिसर में स्थित चापाकल से महिलाएं व पुरुष पीने का पानी ले जाते हैं. विद्यालय संचालन के समय लोगों का आवागमन हमेशा बना रहता है. इससे बच्चों को परेशानी होती है.
गेट खुला रहने से चोरी का बना रहता है डर
24 घंटे विद्यालय का मुख्य गेट खुला रखना पड़ता है. विद्यालय के मुख्य गेट खुला रहने से चोरी होने का डर बना रहता है. वहीं परिसर में आवारा पशुओं का जमावड़ा लग जाता है. इसके चलते गंदगी होती है़ साथ ही बच्चों को खेलने और बैठने तक कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. इसके अलावे जब विद्यालय बंद रहता है, उस समय विद्यालय परिसर में शरारती व असामाजिक तत्वों का भी जमावड़ा रहता है.
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