Bokaro News : सोसाइटी ऑफ क्रिश्चियनस कमेटी के बैनर तले रविवार को नयामोड़ बिरसा चौक से लेकर बोकारो डीसी कार्यालय तक विशाल मौन जुलूस निकाला गया. यह जुलूस छत्तीसगढ़ में धर्म बहनों पर लगाये गये कथित झूठे केस और धर्मांतरण के फर्जी आरोपों के विरोध में निकाला गया. जुलूस में हजारों की संख्या में हाथों में तख्तियां व बैनर लिये मसीही धर्मावलंबियों ने जुलूस के दौरान अनुशासन और शांति बनाये रखी. मौन जुलूस के बाद चास अंचल में अंचलाधिकारी सेवा राम साहू को 12 सूत्री एक ज्ञापन भी सौंपा गया.
हमारे संविधान में सुरक्षित है धर्म की स्वतंत्रता : एलन बागे
अध्यक्ष ने एलन बागे कहा कि धर्म की स्वतंत्रता हमारे संविधान में सुरक्षित है. किसी भी समुदाय के साथ भेदभाव या झूठा आरोप लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ है. इसे समाज के लोगों में भय का माहौल बनता है. कहा कि ईसाई समुदाय ने दशकों से न केवल झारखंड बल्कि पूरे भारत में शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा, आर्थिक, सांस्कृतिक, सामाजिक व राजनीतिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है. इसके बावजूद कई बार ईसाई समुदाय की भावनाओं को आहत किया जा रहा है.
समाज को बदनाम करने का प्रयास निंदनीय : संदीप
सचिव संदीप लाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ के दुर्ग में ईसाई समुदाय से जुड़ी गंभीर घटना घटी, जहां दो निर्दोष धर्म बहनों पर जबरन धर्म परिवर्तन कराने और मानव तस्करी जैसे झूठे आरोप लगाकर जेल भेजा गया. एक सप्ताह बाद जमानत मिलना न्याय का प्रमाण अवश्य है, लेकिन यह घटना मसीही समाज को बदनाम करने का प्रयास निंदनीय है. हम न्याय के लिए हर मंच पर लड़ेंगे और अपने लोगों की रक्षा करेंगे.धर्म बहनों की सम्मान को पहुंचायी गयी है ठेस : प्राचार्य अरुण मिंज
संत जेवियर्स विद्यालय सेक्टर-01 के प्राचार्य अरुण मिंज एसजे ने कहा कि हमारी धर्म बहनों पर लगाये गये आरोप न केवल असत्य हैं, बल्कि उनके सम्मान को ठेस पहुंचाने वाले हैं. हम इस अपमान को चुपचाप नहीं सहेंगे. यह मौन जुलूस हमारी दृढ़ता का प्रतीक है.जुलूस में फ़ादर अविनाश मिंज, डॉ डीएन प्रसाद, रीता प्रसाद, एके हलधर, लियो कंडुलना, मत्यास हेंब्रम, विन्सेंट कीरोबिम, राजेश लकड़ा, अरविंद कंडूलना, रोबिन तिर्की, सौरभ सोरेन, मनोहर तिर्की, पंचम खाखा, टेरेसा मिंज, रजिता एक्का, मरियम भेंगरा, रोज मैरी, श्रीला लाल सहित कैथोलिक चर्च, सीएनआई चर्च, जीईएल चर्च, पेंटीकोस्टल होलीनेस चर्च व विभिन्न प्रखंडों से धर्म बहनोंऔर सदस्यों ने भाग लिया.
क्या है मांगें :
मौन जुलूस के बाद सीओ चास को 12 सूत्री एक ज्ञापन भी सौंपा गया, जिसमें छत्तीसगढ़ दुर्ग पुलिस प्रशासन की ओर से दर्ज मुकदमों को तत्काल वापस लेने, सभी अभियुक्तों को बिना शर्त बरी करने, ज्योति शर्मा व उसके समर्थकों पर एससी/एसटी अत्याचार निवारण अधिनियम, 1989 और अन्य कानूनी धाराओं के अंतर्गत मुकदमा दर्ज कर तत्काल गिरफ्तारी करने, घटना के समय गैर-जिम्मेदार रवैया अपनाने वाले रेल विभाग के अधिकारियों पर कार्रवाई, झूठी प्राथमिकी दर्ज करने और बिना जांच किये गिरफ्तारी करने वाले पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई, झारखंड व अन्य राज्यों में ईसाई और अल्पसंख्यक समुदायों के संवैधानिक अधिकारों की रक्षा के लिए ठोस कदम, समाज में भय और असुरक्षा का माहौल पैदा करने वाले संगठनों और व्यक्तियों पर सख्त कानूनी कार्रवाई आदि मांगें शामिल हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

