कसमार, ना बाउंड्री ना बिजली रानी, यही है केदला के अपग्रेड हाइस्कूल की कहानी. कसमार प्रखंड के नक्सल प्रभावित क्षेत्र कहे जाने वाले हिसीम पहाड़ पर बसे केदला गांव में यह उच्च विद्यालय स्थित है. यहां वर्तमान में 165 बच्चे नामांकित है. कुछ वर्ष पहले ही इस विद्यालय का नया भवन बनकर तैयार हुआ है. नये भवन में बच्चों की पढ़ाई भी शुरू हो गयी है, लेकिन बिजली का कनेक्शन अभी-तक नहीं मिल पाया है, जबकि तत्कालीन प्राचार्य ने 16 अगस्त 2022 को ही कनेक्शन के लिए जैनामोड़ विद्युत सब-स्टेशन के सहायक विद्युत अभियंता को पत्र लिखा था. उसमें बताया गया था कि नये भवन में बिजली का कनेक्शन नहीं होने के कारण बहुत सारे जरूरी कार्य नहीं हो पा रहे हैं. लेकिन विभाग में लगभग ढाई साल बीत जाने के बाद भी इस पर गंभीरता नहीं दिखायी है. बताया गया कि कनेक्शन नहीं होने के कारण नए भवन में सीसीटीवी कैमरा, पंखा आदि चालू नहीं हो सकता है. इसके अलावा अन्य कई जरूरी कार्य भी बाधित हैं. इसके अलावा बच्चों को कंप्यूटर की पढ़ाई विद्यालय के पुराने भवन में करनी पड़ रही है.
बच्चे हैं असुरक्षित
विद्यालय में चहारदीवारी नहीं होने के कारण बच्चे असुरक्षित भी हैं. ग्रामीणों ने कहा कि नये भवन का निर्माण तो कर दिया गया, लेकिन चहारदीवारी नहीं बनायी गयी है, जबकि यह जंगली हाथी समेत अन्य हिंसक जानवरों से प्रभावित क्षेत्र है. चहारदीवारी के अभाव में एक अलग तरह का खतरा बना रहता है. विद्यालय में अंग्रेजी का शिक्षक नहीं होने से अंग्रेजी के पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है. बताया गया कि अंग्रेजी के शिक्षक दिव्येंदु चेल का स्थानांतरण प्लस टू उच्च विद्यालय हरनाद में कर दिया गया है. नये शिक्षक की पदस्थापना नहीं हुई है. इससे अंग्रेजी की पढ़ाई नहीं हो पा रही है.
मुख्यमंत्री से की जायेगी शिकायत
केदला गांव के निवासी प्रखंड बीस सूत्री समिति के अध्यक्ष दिलीप कुमार हेंब्रम ने विद्यालय में बिजली कनेक्शन नहीं दिये जाने पर बिजली विभाग पर रोष जताया है. श्री हेंब्रम ने कहा कि समस्या संज्ञान में आने के बाद उन्होंने कई बार बिजली विभाग के अधिकारियों से बात की, लेकिन कोई पहल नहीं हुई. उन्होंने कहा कि जल्द अगर बिजली कनेक्शन नहीं हुआ, तो इसकी शिकायत मुख्यमंत्री से की जायेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है