बोकारो, चास प्रखंड सभागार में शनिवार को सरकारी विद्यालयों में शिक्षा के विकास के लिए प्रखंड स्तरीय मुखिया सम्मेलन का आयोजन किया गया. अध्यक्षता प्रखंड विकास पदाधिकारी सह अध्यक्ष प्रखंड शिक्षा समिति प्रदीप कुमार ने की. बीडीओ ने कहा कि स्थानीय पंचायत जनप्रतिनिधियों की भागीदारी से शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होगा. पंचायत के मुखिया पंचायत अंतर्गत विद्यालय की शिक्षा गुणवत्ता, मूलभूत सुविधा, आधार व संचालन समिति को लेकर अपनी जिम्मेदारी निभाये. शिक्षा के प्रति बच्चों के साथ-साथ अभिभावकों को प्रेरित करें. ड्रॉपआउट बच्चों को जागरूक करे.
नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति की दी गयी जानकारी
नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के संबंध में विस्तृत जानकारी दी गयी. बीडीओ ने मुखिया को यह निर्देश दिया कि वे अपने क्षेत्राधीन छह से 14 आयु वर्ग के सभी बच्चों का ग्राम रजिस्टर तैयार करें. इसके साथ ही, यह भी कहा गया कि जो बच्चे विद्यालय छोड़ चुके हैं, उन्हें पुनः विद्यालय से जोड़ा जाए, विद्यालयों में मिलने वाली सुविधाओं, जैसे मध्याह्न भोजन का पर्यवेक्षण और बच्चों को मिलने वाली अन्य सुविधाओं पर भी चर्चा की गयी. इसके अलावा, विद्यालयों के समग्र विकास और अन्य संबंधित मुद्दों पर भी मुखियाओं को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये.
शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने का उद्देश्य : डीएसइ
जिला शिक्षा अधीक्षक अतुल कुमार चौबे ने कहा कि सम्मेलन का उद्देश्य शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ बनाना और पंचायत प्रतिनिधियों की भागीदारी को प्रभावी रुप से सुनिश्चित करना है.
ये थे मौजूद
मौके पर बीइइओ प्रतिमा दास, बीपीओ रंजीत भारती, बीआरपी जितेंद्र नाथ त्रिवेदी, कृष्णु चक्रवर्ती, प्रोजेक्टर अजय कुमार ठाकुर, अनिल बाउरी, बिनोद उपाध्याय, सीआरपी सुजीत महतो, कृति चंद्र शर्मा, उकरीद मुखिया मो अजहरुददीन अंसारी, सतनपुर मुखिया कालीपद सिंह, रितुडीह मुखिया रेणु देवी, बिजुलिया मुखिया बासुदेव रजवार, रानीपोखर मुखिया मिलनहंस, चैनपुर मुखिया पार्वती देवी, चाकुलिया मुखिया हिमानी देवी सहित अन्य शिक्षा विभाग के कर्मी व मुखिया मौजूद थे.
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