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Bokaro News : विधानसभा व लोकसभा में जनहित की बातें मजबूती से रखनेवाले को चुन कर भेजें : राज्यपाल

Bokaro News : राज्यपाल संतोष गंगवार व अन्य लोगों ने 102वीं जयंती पर बिनोद बिहारी महतो को अर्पित किया श्रद्धा सुमन, बीबीएम स्टेडियम रामडीह मोड़ में आयोजित हुआ समारोह.

चास, राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने कहा कि अलग झारखंड राज्य बनने के बाद लोगों को लगा था कि राज्य तेजी से विकास करेगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. अब हम सभी को मिलकर राज्य को आगे बढ़ाना है. कहा कि बिनोद बिहारी महतो का जीवन यह संदेश देता है कि संघर्ष ही सफलता की पूंजी है. राज्यपाल श्री गंगवार मंगलवार को चास के रामडीह मोड़ स्थित बिनोद बिहारी महतो स्टेडियम में बिनोद बिहारी महतो की 102वीं जयंती पर आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे. इस अवसर पर कुड़मी संप्रदाय के 81 गुष्टी का महामिलन समारोह भी हुआ.

बतौर मुख्य अतिथि अपने संबोधन में राज्यपाल ने कहा कि बिनोद बाबू सदन में हमेशा जनहित के मुद्दों को उठाते थे. लोकतांत्रिक व्यवस्था में यह आवश्यक है कि लोकतांत्रिक व्यवस्था के अंदर निर्वाचित संस्थाओं में हमारे लोग पहुंचे और अपनी बात कायदे से रखें. आज यह आवश्यकता है कि विधानसभा और लोकसभा में आपकी बात को मजबूती से रखनेवाले हमारे लोग होने चाहिए. इस बात पर सभी विचार और कोशिश करें कि कैसे आपके सोच के लोग ज्यादा से ज्यादा चुन कर जायें और आपकी बात रखने का काम करें. उन्होंने उपस्थित जनसमुदाय से एकजुट होकर रहने और झारखंड को आदर्श राज्य बनाने का संकल्प लेने का आह्वान किया.

वंचित, शोषित व पिछड़े वर्ग की उठायी आवाज

श्री गंगवार ने कहा कि बिनोद बिहारी महतो का पूरा जीवन संघर्षपूर्ण रहा. उन्होंने छात्र जीवन से ही गलत कार्य के विरोध में आवाज उठायी थी. सामाजिक न्याय के लिए जीवन भर कार्य किया. कहा कि बिनोद बिहारी महतो के नेतृत्व में हुई अलग राज्य की लड़ाई के कारण झारखंड राज्य अलग हुआ. उन्होंने वंचित, शोषित और पिछड़े वर्ग की आवाज उठायी. उनका स्पष्ट मानना था कि जब तक समाज का अंतिम व्यक्त सम्मान और अवसर से वंचित रहेगा, तब तक वास्तविक आजादी अधूरी है. समारोह में डुमरी विधायक जयराम महतो, बगोदर के विधायक नागेंद्र महतो, गोमिया के पूर्व विधायक लंबोदर महतो समेत कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे.

शिक्षा के प्रसार व जनजागरण के आंदोलन को बिनोद बाबू ने दी नयी गति

राज्यपाल ने कहा कि पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में झारखंड अलग राज्य बना था. स्व वाजपेयी ने कहा कि अलग राज्य में बिनोद बिहारी महतो की भूमिका सबसे अधिक थी. बिनोद बाबू शिक्षा को समाज का असली शक्ति मानने थे. उनका कहना था शिक्षा ही समाज को नयी दिशा देती है. इसलिए उन्होंने शिक्षा के प्रसार और जनजागरण के लिए आंदोलन को नयी गति दी. पढ़ो और लड़ो का नारा युवाओं के लिए प्रेरक है. झारखंड की प्रगति में उनकी शिक्षा और संघर्ष की सिख आज भी प्रेरणादायक है.

पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में प्रगति की राह पर भारत

इस दौरान राज्यपाल ने सभी को नवरात्रि की शुभकामनाएं दी. कहा कि यह पर्व हमें सिखाता है कि अन्याय और अहंकार पर हमेशा सत्य और न्याय की विजय होती है. हमारा देश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विभिन्न क्षेत्र में प्रगति कर रहा है. दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है .लोगों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में कार्य हो रहा है. जीएसटी के संशोधन से लोगों में खुशी है. मोदी जी सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास के साथ कार्य कर रहे हैं.

राज्य को चलाने के लिए युवाओं को आगे आना होगा : जयराम महतो

डुमरी विधायक जयराम महतो ने कहा कि बिनोद बिहारी महतो के संघर्ष व कुशल नेतृत्व के कारण हमलोगों को अलग झारखंड राज्य मिला. राज्य तो मिल गया, लेकिन राज्य को चलाने के लिए अब युवाओं को आगे आना होगा होगा और ये तभी संभव है सब झारखंड के युवा पढ़ लिखकर प्रशासनिक कुर्सी पर बैठेंगे. सिर्फ जयंती और पुण्यतिथि पर माल्यार्पण करने से बिनोद बाबू को सपना पूरा नहीं होगा. झारखंड आंदोलन अलग राज्य लेने के साथ शोषित ,पीड़ित और वंचित लोगों को मुक्ति दिलाना भी उद्देश्य था जिसको हमसभी को साथ मिलकर पूरा करना है.

पूर्वजों के सपनों का करना होगा पूरा : नागेंद्र महतो

बगोदर के विधायक नागेंद्र महतो ने कहा कि बिनोद बाबू के पढ़ो और लड़ो के नारे के साथ युवा आगे बढ़ेंबहुत संघर्ष और बलिदान के अगल राज्य मिला. अलग राज्य के आंदोलन को देखते हुए पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने संज्ञान लिया और हमलोगों को झारखंड राज्य दिया. अब सभी युवाओं को आगे आकर आंदोलन में बलिदान हुए हमारे पूर्वजों का सपना पूरा करना होगा.

पारंपरिक महतो देश मंडल बाइसी समाज ने किया आयोजन

आयोजन जनजाति कुड़मी महतो के पारंपरिक महतो देश मंडल बाइसी समाज के आह्वान पर किया गया. इससे पहले गांवों के सभी 81 जागर हाड़ी में दीप प्रज्वलित कर बिनोद बाबू की मूर्ति के पास पुष्पांजलि अर्पित की गयी. मुख्य अतिथि राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार का झूमर नृत्य व पुष्प वर्षा सहित अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ लोगों ने स्वागत किया. विशिष्ट अतिथि डुमरी विधायक जयराम महतो, बगोदर के विधायक नागेंद्र महतो, गोमिया के पूर्व विधायक लंबोदर महतो, शीतल अहदार, खिरोधर महतो व डॉ निशि महतो सहित आयोजक समिति के प्रमुख लोकेश महतो, दुर्गाचरण महतो सहित अन्य उपस्थित थे.

ये थे मौजूद

इस दौरान 81 गुष्टी पुरखों के नाम से 81 हजार दीया जलाया गया. कार्यक्रम के दौरान खोरठा लोक गीत गायक गौतम कुमार महतो और कुड़माली खोरठा शिल्पी रेवती महतो ने प्रस्तुति दी. मौके पर संयोजक दुर्गा चरण महतो, लोकेश महतो, दुर्गा चरण महतो, लालदेव महतो, विशाल कुमार महतो, विद्यासागर महतो, वृहस्पति महतो, आलोक, विकास, पतित पावन महतो, रामू महतो, सुभाष महतो, जवाहर लाल महतो, दुशासन महतो, रेखा महतो, काजल महतो, बलराम महतो, त्रिवेणी महतो, रेखा महतो, रामचरण, गोपाल, संतोष, सुबल, सहदेव, गोरा चांद महतो, दुलाल, मुक्तेश्वर, बिनोद आदि शामिल है.

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