बोकारो, कांट्रेक्टर एसोसिएशन बोकारो का प्रतिनिधिमंडल शनिवार को बोकारो इस्पात संयंत्र के एचआरडी महाप्रबंधक बीएम बक्शी से मिला. वर्षों से लंबित मामला, मसलन वीडीए, सुरक्षा संबंधी, बायोमीट्रिक अटेंडेंस, गेट पास संबंधी मामला को लेकर पहले की गयी वार्ता का किसी प्रकार का निदान नहीं निकलने पर रोष व्यक्त किया गया. प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि बोकारो इस्पात प्रबंधन की ओर से विकसित किये गये एप का पूर्ण रूप से परिचालन नहीं होने के कारण, इस माह मजदूरों के वेतन भुगतान में देरी हो सकती है. श्रम सेतु में कई प्रकार के दोष है, जिनका निवारण अभी तक नहीं किया गया है. श्रम कानूनों के तहत एक निर्धारित अवधि तक वेतन भुगतान करना आवश्यक है, जिससे ठेका मजदूरों के हितों की रक्षा हो सके. प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि पूर्व के वार्ता में प्रबंधन के साथ सहमति बनी थी कि किसी प्रकार के नियम को लागू करने के पहले कांट्रेक्टर एसोसिएशन की सहमति से ही लागू किया जाएगा. श्रम सेतु लागू करने के पहले प्रबंधन द्वारा किसी प्रकार का प्रशिक्षण भी नहीं दिया गया. जिससे कि इसे सुचारू ढंग से संचालित किया जा सके. वहीं, संयंत्र में कार्य के दौरान होने वाले दुर्घटनाओं में भी प्रबंधन की लापरवाही की बात उठायी गयी. वक्ताओं ने कहा कि प्रबंधन द्वारा प्राक्कलन में किसी प्रकार का सुरक्षा के संदर्भ में की गयी राशि का प्राक्कलन नाम मात्र ही है, जिससे किसी भी संवेदक के सुरक्षा से जुड़े हर पहलुओं को मूर्त रूप देना दुष्कर होता जा रहा है. प्रतिनिधिमंडल में अध्यक्ष जगदीश चौधरी, अशोक सिंह, अवधेश सिंह, राजेश राय, रामबिलास पांडेय, संतोष पहलवान, अरविंद सिंह, देवेंद्र सिंह, विद्या सिंह, सुभाष लाला, सोमनाथ पांडे, आनंद तिवारी, राम नाथ यादव समेत अन्य शामिल थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

