बोकारो, दुर्गा पूजा को लेकर बोकारो में आध्यात्म व उत्साह का संगम देखने को मिल रहा है. विभिन्न सेक्टरों में पूजा समिति की ओर से भव्य अनुष्ठान किया जा रहा है. तमाम पूजा पंडालों में मां की प्रतिमा विराज हो गयी है. कारीगर दिन-रात मेहनत कर पंडाल को वास्तविक आकृति देने में लगे हुए हैं. कहीं केदारनाथ मंदिर का स्वरूप, तो कहीं काल्पनिक मंदिर बनाया जा रहा है. गुजरात का स्वामी नारायण मंदिर, गुजरात का नीलकंठ मंदिर, यूपी का जय गुरुदेव मंदिर, गुजरात का कष्टभंजन मंदिर आकर्षण का केंद्र बनेगा. मूर्ति के साथ बनाया जा रहा दृश्य कई सामाजिक संदेश देगा. पंडाल के साथ-साथ आयोजन स्थल को आकर्षक बनाने के लिए सतरंगी लाइट भी लगायी जा रही है. कहीं थ्री-डी लाइट के जरिये मां का रूप दिखाया जा रहा है, तो कहीं रनिंग लाइट आबोहवा को चकाचौंध कर रही है. सेक्टर दो, नौ व सेक्टर 12 में मेला लगाने की तैयारी भी अब लगभग पूरा हो गयी है. मीणा बाजार के अलावा चरखा-झूला आकार लेकर भक्तों का इंतजार कर रहा है.
जैनामोड़ : दुर्गा पूजा पंडाल बना आकर्षण का केंद्र
जैनामोड़, जैनामोड़ स्थित श्री श्री सार्वजनिक दुर्गा पूजा समिति की ओर से भव्य पंडाल का निर्माण कराया गया है. जैनामोड़ में दुर्गा पूजा की शुरुआत 70 के दशक में हुई थी. जहां जैनामोड़ में पूजा की शुरुआत तिरपाल दे ने किया था. तब से लेकर आज तक दुर्गा मंदिर भव्य मंदिर के रूप में अपनी एक अलग पहचान बना हुआ हैं. वर्तमान में श्री श्री सार्वजनिक दुर्गा पूजा समिति द्वारा पूजा का भव्य प्रारूप तैयार किया गया है. जहां तिरपाल से पूजा शुरू की गयी पूजा का स्वरूप इतना भव्य हो गया है कि 2025 में 15 लाख की राशि भी कम पड़ रही है. इस वर्ष जैनामोड़ दुर्गा पूजा समिति अध्यक्ष रविशंकर सिंह, सचिव मनोज सिंह व कोषाध्यक्ष विक्की सरदार ने कहा कि इस वर्ष दुर्गा पूजा को भव्य तरीके से आयोजन किया जा रहा है. पंडाल की ऊंचाई 51 फीट व चौड़ाई 120 फीट बनाया गया हैं, जो ग्रामीण क्षेत्र के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. अशोक महतो ने बताया कि बंगाल के कारीगरों ने पंडाल बनाया है.
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