बोकारो, एनजेसीएस की बैठक में इस्पातकर्मियों को कम बोनस मिलने व ठेकाकर्मियों के लिए मांग नहीं किये जाने के विरोध में जय झारखंड मजदूर समाज ने मंगलवार को पुतला दहन किया. महामंत्री बीके चौधरी के नेतृत्व में गांधी चौक सेक्टर चार के पास सेल प्रबंधन व एनजेसीएस नेताओं का पुतला दहन हुआ. सेल प्रबंधन व एनजेसीएस गठजोड़ के प्रति आक्रोश दिखाया गया. महामंत्री श्री चौधरी ने कहा कि केंद्र सरकार की मजदूर विरोधी नीति के कारण प्रबंधन का मजदूरों का शोषण करना, तो समझ मे आता है, लेकिन मजदूरों का स्वयंम्भू एनजेसीएस नेता की ओर से नाटकीय ढंग से कम बोनस यानी 40 हजार से सीधे 29500 रुपये पर मौन स्वीकृति देना समझ से परे है. एनजेसीएस नेताओं ने मजदूर विरोधी मानसिकता दिखाया है. महामंत्री ने कहा कि जिस प्रबंधन ने पहले 31 हजार रुपये बोनस की पेशकश की थी, उसी ने 29500 रुपये बोनस का निर्णय दिया, इसका विरोध किसी एनजेसीएस नेता ने नहीं किया. ठेकाकर्मियों के हितैषी बनने का ढोंग करने वाले नेताओं ने बोनस के लिए ठेका कर्मियों पर चर्चा तक नहीं की. मजदूरों को हक-अधिकार तबतक नहीं मिलेगा, जबतक प्रबंधन द्वारा मनोनीत नेता एनजेसीएस में मजदूरों का भाग्य विधाता बने रहेंगे. हक-अधिकार के लिए बोकारो में यूनियन का गुप्त मतदान द्वारा चुनाव ही एकमात्र विकल्प है. मौके पर झामुमो नेता हसन इमाम, शंकर कुमार, एनके सिंह, आरबी चौधरी, आइ अहमद, आरके मिश्रा, बादल कोइरी, दिलीप कुमार, धर्मेंद्र प्रसाद, बालेश्वर राय, अभिमन्यु मांझी, बीएन तिवारी, सुरेश प्रसाद, राजेंद्र प्रसाद, उत्तम कुमार, आरपी दास, धीरन प्रसाद, अनिल कुमार, कार्तिक सिंह, विजय कुमार साह, आरआर सोरेन, ओपी चौहान, जितेंद्र कुमार सिंह, सतेंद्र कुमार, संजय कुमार, नासिर अहमद खान व अन्य मौजूद थे.
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