चास, चास प्रखंड के कुम्हरी पंचायत के मोदीडीह गांव स्थित दामोदर तट पर गुरुवार को बारूनी मेला का आयोजन किया गया. इसको लेकर दामोदर नदी में स्नान को लेकर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी. नदी में धनबाद व बोकारो जिले के लाखों लोगों ने आस्था की डुबकी लगायी. इसके बाद भगवान श्री राम के चरण पादुका और शिव-पार्वती की पूजा-अर्चना कर आशीर्वाद मांगा. मेला में आने वाले सभी श्रद्धालुओं ने चेचका धाम में भी पूजा-अर्चना की. साथ ही मोदीडीह में चल रहे यज्ञ में मंडप की परिक्रमा की. स्नान-ध्यान के बाद लोगों ने दिन भर मेला का आनंद उठाया. विधि व्यवस्था बनाये रखने के लिए चास मुफ्फसिल थाना प्रभारी प्रकाश कुमार मंडल दल बल के साथ तैनात रहे.
क्या है मान्यता
धार्मिक मान्यता है कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम त्रेता युग में वनवास काल के 12 वां वर्ष और चैत माह की 13 वीं तिथि में बोकारो के कुम्हरी पंचायत के दामोदर तट स्थित बारूनी घाट आये थे. कहा जाता है कि घाट पर श्री राम प्रभु रात्रि विश्राम के बाद सुबह जाने के पूर्व स्नान कर भगवान शिव और पार्वती का पूजा-अर्चना की थी. घाट पर भगवान श्री राम के चरण पादुका व पौराणिक पत्थर है, जिसे लोग पूजते है. जिस तिथि को श्रीराम ने यहां स्नान किया था, प्रत्येक साल उस तिथि में स्नान करने श्रद्धालु उमड़ पड़ते हैं. लोगों का मानना है कि इस तिथि में दामोदर में स्नान कर श्री राम और भगवान शिव की पूजा करने से पुण्य की प्राप्ति होती है और मनोकामना भी पूर्ण होती है.
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