राकेश वर्मा, बेरमो, कोल इंडिया के लगभग 14 हजार सेवानिवृत्त कर्मियों को 20 लाख रुपया ग्रेच्युटी भुगतान का मामला अभी तक अधर में है. इन सेवानिवृत्त कर्मियों को कोल इंडिया प्रबंधन व मजदूर संगठनों की ओर से निराशा ही हाथ लगी है. न्यायालय में भी कुछ माह पूर्व गुहार लगायी गयी थी. इसके बाद आरएलसी नागपुर द्वारा आदेश जारी कर कहा गया था कि जनवरी 2017 से फरवरी 2018 के बीच सेवानिवृत्त हुए कर्मियों को ग्रेच्युटी की अंतर राशि का भुगतान करना है. दो महीने के अंदर भुगतान नहीं किया गया तो 10 फीसदी ब्याज के हिसाब से भुगतान करना होगा. इस फैसले के बाद डब्ल्यूसीएल प्रबंधन ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की. फिलहाल मामला पेडिंग है.
इधर, आरएलसी के आदेश के बाद सेवानिवृत्त कर्मियों में आस जगी थी, लेकिन कई माह बाद भी स्थिति यथावत है. मजदूर संगठन भी इस मामले तो उठाते-उठाते अब थक गये हैं, लेकिन आस नहीं छोड़ी है. बताते चले कि इस मामले को ट्रेड यूनियन द्वारा जेबीसीसीआइ में उठाया जाता रहा है. 11वें वेतन समझौता के समय भी जेबीसीसीआइ नेताओं ने मामला कोल इंडिया प्रबंधन के समक्ष रखा था. प्रबंधन का कहना था कि हमलोगों ने एक्ट के अनुसार इसका भुगतान कर दिया है. सूत्रों की माने तो 14 हजार सेवानिवृत्त कर्मियों को अंतर की राशि का भुगतान किया गया तो लगभग 900 करोड़ रुपये लगेंगे. प्रबंधन का कहना है कि केंद्र सरकार द्वारा 20 लाख रुपया ग्रेच्युटी राशि करने से संबंधित एक्ट में संशोधन फरवरी 2018 से हुआ है. इसलिए मार्च 2018 से बढ़ी हुई ग्रेच्युटी की राशि दी जा रही है. दूसरी ओर मजदूर संगठन से जुड़े नेताओं का कहना है कि एक जनवरी 2017 को कोयला अधिकारियों के लिए थर्ड पे कमीशन आया. इसके बाद कोल इंडिया के अधिकारियों को एक जनवरी 2017 से 20 लाख रुपया ग्रेच्युटी राशि के रूप में भुगतान किया जा रहा है. इसलिए एक जनवरी 2017 से फरवरी 2018 के बीच सेवानिवृत्त हुए कोलकर्मियों को भी 20 लाख रुपया ग्रेच्युटी दिया जाये. एक जनवरी 2017 से लेकर फरवरी 2018 के बीच सेवानिवृत्त होने वाले कोलकर्मियों की संख्या 14 हजार बतायी जा रही है. इसमें सबसे ज्यादा लगभग आठ हजार कर्मी सीसीएल, बीसीसीएल व इसीएल के हैं. इसके अलावा एमसीएल, एनसीएल, एसइसीएल व डब्ल्यूसीएल के कर्मी हैं.क्या है मामला
भारत सरकार द्वारा ग्रेच्युटी संबंधित एक नोटिफिकेशन 2018 में जारी किया गया था. इसमें ग्रेच्युटी भुगतान का सीलिंग 10 लाख रुपये से बढ़ा कर 20 लाख की गयी थी. इसके तहत कोल इंडिया में जनवरी 2017 से लेकर फरवरी 2018 के बीच सेवानिवृत्त हुए अधिकारियों व कर्मियों को लाभान्वित होना चाहिए था. मगर कोल इंडिया ने जनवरी 2018 में एक आदेश जारी कर बताया कि एक जनवरी 2017 से फरवरी 2018 के बीच में सेवानिवृत्त हुए अधिकारियों को ग्रेच्युटी का एरियर 20 लाख रुपया भुगतान किया जायेगा. मार्च 2018 के बाद सेवा में मुक्त किये गये कर्मियों को 20 लाख रुपया ग्रेच्युटी के रूप में भुगतान किया जायेगा. इसके कारण जनवरी 2017 से फरवरी 2018 के बीच सेवानिवृत्त हुए कर्मियों को 10 लाख रुपया ही ग्रेच्युटी के रूप में भुगतान किया गया था.ग्रेच्युटी राशि का क्या है प्रावधान
ग्रेच्युटी राशि का भुगतान किसी भी कर्मी को उनकी सेवानिवृत्ति के बाद किया जाता है. वर्तमान में कोल इंडिया में ग्रेच्युटी राशि की अधिकतम सीमा 20 लाख रुपये है. शुरुआती दौर में कोलकर्मियों को मामूली ग्रेच्युटी राशि मिलती थी. एनसीडब्ल्यूए-8 में 01.01.07 से कर्मियों की ग्रेच्युटी राशि 3.5 से बढ़ा कर अधिकतम आठ लाख रुपये की गयी थी. इसके बाद यह राशि बढ़ा कर 10 लाख की गयी. बताते चले कि पहले कोल इंडिया में किसी भी कर्मी को 30 साल के सेवाकाल में 450 दिन के वेतन के बराबर ग्रेच्युटी राशि सेवानिवृत्ति के दिन दिये जाने का प्रावधान था. इसके आगे राशि घटती जायेगी. राशि की सीमा दस लाख रुपये से अधिक नहीं होगी. ट्रेड यूनियन के नेता ग्रेच्युटी राशि की इसी सिलिंग को समाप्त करने की मांग करते आ रहे थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

