नागेश्वर
ललपनिया (बोकारो) : दूलो महतो काफी मेहनती किसान हैं तथा कृषि कार्य में काफी दिलचस्पी रखते हैं. परिवार के सदस्यों के सहयोग से तिसकोपी बाजारटांड़ के निकट बंजर व पथरीली भूमि में लगभग 300 सखुवा पेड़ लगाकर जंगल को हरा-भरा कर दिया है. क्षेत्र में कृषि कार्य को बढ़ावा देने के लिए अन्य ग्रामीणों को भी प्रेरित कर रहे हैं. उनका कहना है कि हर व्यक्ति को नौकरी नहीं मिल सकती. साल के तीन माह जम कर खेती करें. इससे जितनी उपज मिलेगी, नौ महीने परिवार के साथ आराम से गुजर-बसर हो जायेगा.
महतो की दिनचर्या : हर दिन खेत में लगे अनाज में गेहूं, धान, खेसारी, मकई, बाजरा, अरहर के अलावा अन्य सब्जी की स्वयं देखभाल करते हैं. खेतों की मेड़ पर जंगली और शहरी बांस भी लगा रखी है. समय-समय पर बांस बेच कर अच्छी आय हो जाती है.
दूसरी पीढ़ी की सहभागिता : महतो के चार पुत्र महादेव महतो, जयनारायण महतो, सोबरन महतो, बालेश्वर महतो भी पिता के काम में हाथ बंटाते हैं. हरियाली बचाये रखने के लिए सभी सजग हैं. दुलू की पुत्रवधु कौलेशरी देवी 2016 के पंचायत चुनाव में मुखिया बनी हैं. ससुर के अभियान से प्रभावित कौलेशरी देवी भी कृषि कार्य को पंचायत स्तर पर प्रोत्साहित करना चाहती हैं.
संसाधनों का सदुपयोग : आज दूलो क्षेत्र के सम्मानित किसान हैं. वह कहते हैं कि भारत जैसे कृषि प्रधान देश के लिए सरकार को चाहिए कि जंगली व सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में नाला, जोरिया, नदी में चेक डैम बना कर लोगों को कृषि कार्य से जोड़ा जाये. किसान उत्साहित होंगे, तो क्षेत्र के किसान खेती कर आत्मनिर्भर हो जायेंगे. महतो को न सरकार से कोई सहायता मिली है, न वे किसी सहायता की अपेक्षा रखते हैं.