22.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

कमान के नाम पर जवानों से होती है वसूली

बोकारो : सेक्टर वन स्थित समादेष्टा कार्यालय भ्रष्टाचार का अड्डा बन गया है. यहां जवानों से पैसा लेकर कमान दिया जाता है. विभिन्न पोस्ट पर तैनाती (कमान) के नाम पर एक-एक जवान से तीन से सात हजार तक की वसूली की जा रही है. भ्रष्टाचार का आलम यह है कि सब कुछ जानने के बाद […]

बोकारो : सेक्टर वन स्थित समादेष्टा कार्यालय भ्रष्टाचार का अड्डा बन गया है. यहां जवानों से पैसा लेकर कमान दिया जाता है. विभिन्न पोस्ट पर तैनाती (कमान) के नाम पर एक-एक जवान से तीन से सात हजार तक की वसूली की जा रही है. भ्रष्टाचार का आलम यह है कि सब कुछ जानने के बाद भी समादेष्टा चुपचाप हैं, जो जवान आवाज उठाता है, उसे कमान देने में देर की जाती है.

साथ ही बिचौलिया किस्म के लोग समादेष्टा से शिकायत कर सेवा मुक्त कराने की धमकी तक दे रहे हैं. जांच के बाद दोषी व्यक्ति पर कार्रवाई नहीं की गयी, तो हम सब समादेष्टा कार्यालय प्रांगण में आत्मदाह करने का विवश होंगे. यह जानकारी गृह रक्षा वाहिनी सेवक संघ से जुड़े जवानों से रविवार को सेक्टर चार जाहेर थान में आयोजित एक प्रेस वार्ता में दी.
रिश्वत लेने के आरोप में कंपनी कमांडर व एक जवान जा चुके हैं जेल
10 जुलाई को एक जवान की शिकायत पर एसीबी की टीम ने समादेष्टा कार्यालय में कार्यरत कंपनी कमांडर नीलकंठ महतो के सेक्टर तीन स्थित आवास पर दबिश दी थी. उस वक्त कंपनी कमांडर को 2500 रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा था. इस कार्य में संलिप्त एक होमगार्ड जवान सियाराम को भी एसीबी की टीम गिरफ्तार कर धनबाद ले गयी थी. जहां से दोनों को जेल भेज दिया था. इसके बाद एसीबी ने जांच शुरू कर दी. जांच अभी भी जारी है.
शिकायत करने वाले जवान हो रहे हैं परेशान : प्रदेश अध्यक्ष
झारखंड गृह रक्षा वाहिनी स्वयं सेवक संघ के प्रदेश अध्यक्ष शशि भूषण पांडेय ने कहा : भ्रष्टाचार की शिकायत करने वाले जवानों को परेशान किया जा रहा है. पिछले दिनों जवानों ने भ्रष्टाचार की जांच को लेकर सीएम, महा समादेष्टा, गृह सचिव, डीसी व एसपी को पत्र भेजा है.
समादेष्टा कार्यालय की ओर से वैसे जवानों को चिह्नित किया जा रहा है, जिन्होंने पत्र पर हस्ताक्षर किया है. जवान पर दबाव देकर पक्ष में बयान देने को कहा जा रहा है. नहीं तो सेवा से मुक्त करने की बात कही जा रही है.
सीएम, गृह सचिव, डीसी व एसपी को भेजा त्राहिमाम पत्र
गृह रक्षा वाहिनी सेवक संघ से जुड़े 126 जवानों ने सीएम, गृह सचिव, डीसी, एसपी व महासमादेष्टा को एक पत्र भेजा है. इसमें कई तरह के गंभीर आरोप समादेष्टा कार्यालय पर लगाये गये हैं. साथ ही कार्यालय को भ्रष्टाचार का अड्डा बताया है. जवानों ने समादेष्टा कार्यालय में चल रहे भ्रष्टाचार की उचित जांच कर कार्रवाई की मांग की है.
नहीं तो जवान समादेष्टा कार्यालय परिसर में आत्मदाह करेंगे. प्रेस वार्ता में अध्यक्ष राजन महतो, सचिव सुनील कुमार तिवारी, मिथिलेश सिंह, सुरेश सिंह, भरत भूषण सिंह, सत्येंद्र सिंह, शंकर प्रसाद, मदन यादव, आर प्रसाद, जितेंद्र सिंह, डी केशरी, राजेश सिंह, डी साव, सुरेश राम सहित दर्जनों जवान शामिल थे.
जवान धर्मेंद्र व कृष्णा ने लगाये प्रताड़ित करने के आरोप
दूसरी ओर गृह रक्षक 1418 धर्मेंद्र कुमार वर्णवाल ने सीएम, डीसी, एसपी को पत्र लिख कर समादेष्टा पर प्रताड़ित करने व धमकी देने से संबंधित कई गंभीर आरोप भी लगाये है.
जवान कृष्णा तिवारी (1108) ने पत्र लिख कर बताया है कि समादेष्टा ने मुझसे चालक सहित अन्य कार्य (15 अप्रैल से एक मई 2019 तक) रांची स्थित आवास पर लिया. उसका भुगतान अब तक नहीं किया गया. पैसा मांगने पर आनाकानी की जा रही है.
मेरे खिलाफ किया जा रहा है षड्यंत्र : जिला समादेष्टा
गृह रक्षक वाहिनी बोकारो के जिला समादेष्टा ने रवि कुजूर कहा मैं जब से बोकारो आया हूं. कमान दिलाने के टेंडर लेने वाले गिरोह को तोड़ दिया है. ऐसे में सबकी कमाई बंद हो गयी है. शशिभूषण पांडेय मेरे खिलाफ षड्यंत्र कर रहे हैं.
वे स्वयं दागी व्यक्ति हैं. कई मामले में केस चल रहा है. 126 गृह रक्षकों को कोई शिकायत है, तो उन्हें मुझसे मिलना चाहिए था. धर्मेंद्र कुमार वर्णवाल का सारा आरोप तथ्यहीन, अनर्गल व बेबुनियाद है. कृष्णा तिवारी का मानदेय आवंटन नहीं आने के कारण रूका हुआ है. आवंटन आते ही भुगतान हो जायेगा.
जवानों ने कहा : अपनी बारी का इंतजार कर रहा हूं, पता नहीं कब कमान मिलेगी
कमान के इंतजार में पिछले तीन माह से बैठा हुआ हूं. अपनी बारी का इंतजार कर रहा हूं. पता नहीं कब कमान मिलेगी.
कालाचांद प्रमाणिक, पुंडरू, पिंड्राजोरा
कमान के इंतजार में पांच माह से बैठी हूं. कई को कमान खत्म होने के तुरंत बाद कमान मिल जा रहा है. पता नहीं मेरे साथ ऐसा क्यों हो रहा.
कुमकुम चौधरी, बीएसएल एलएच
कई तरह की परेशानी से गुजर रहा हूं. कमान मिलता है, तो काफी भागदौड़ के बाद. 16 दिन की ड्यूटी का पैसा अब तक नहीं मिला है.
कृष्णा चौधरी, सेक्टर दो
एक कमान खत्म होता है, तो दूसरे कमान के लिए लंबा इंतजार करना पड़ता है. ऐसे में आर्थिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है.
मंजू कुमारी, सेक्टर नौ
होमगार्ड की ड्यूटी पहले ऐसी नहीं थी. न कोई भ्रष्टाचार था, न कोई परेशानी थी. अब ड्यूटी के लिए पैरवी के दौर से लोग गुजर रहे हैं.
राजेंद्र सिंह, नया मोड़
होमगार्ड की ड्यूटी करने का अर्थ परेशानी को गले लगाना है. वर्तमान समय में कमान लेना काफी मुश्किल भरा काम हो गया है.
मृत्युंजय कुमार, बीएसएल एलएच
समादेष्टा कार्यालय इन दिनों भ्रष्टाचार का अड्डा बना हुआ है. जवान से कमान देने के नाम पर कतिपय लोग वसूली में जुटे हुए हैं.
शशि भूषण पांडेय, गेमन कॉलोनी
जो पैसा नहीं देता है, उसे कमान देने में आनाकानी की जाती है. जो आवाज उठाता है. उसे परेशानी से गुजरना पड़ता है. बहुत दुखद है.
सुरेश सिंह, सेक्टर दो

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें