– 24 घंटा में आरोपियों की गिरफ्तारी के लिखित आश्वासन के बाद वापस लौटने दिया
प्रतिनिधि, नावाडीह
प्रखंड के परसबनी पंचायत अन्तर्गत पैनबाद गांव मे 22 मई को विवादित जमीन पर आम तोड़ने को लेकर दो पक्षों में हुई हिंसक झड़प में बेटा महेन्द्र महतो की मौत के बाद रविवार रात्रि उसकी मां सुकरी देवी की भी ईलाज के दौरान हो गयी. रविवार रात्रि शव पोस्टमार्टम के बाद घर लाया गया. इसी बीच नावाडीह पुलिस गांव पहुंची. इस घटना के कई आरोपितों की अब तक गिरफ्तारी नहीं होने से परिजन व गांव वाले पुलिस को देख आक्रोशित हो गये.
रांची से मृतका सुकरी देवी का शव देर रात लगभग आठ बजे गांव पहुंचा था. नावाडीह थाना प्रभारी अनिल उरांव व एएसआई अनिल सिंह दलबल के साथ मृतक के घर पहुंचे. ग्रामीण मामले के अन्य तीन महिला सहित चारों आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे. थाना प्रभारी श्री उरांव द्वारा परिजनों को 24 घंटा के अंदर अन्य नामजद आरोपी की गिरफ्तारी करने का लिखित आश्वासन दिया गया. जिसके बाद रात लगभग बारह बजे गांव से ग्रामीणों ने पुलिस टीम को मुक्त किया.
हालांकि लिखित आश्वासन के 20 घंटा बीत जाने के बाद भी समाचार लिखे जाने तक किसी अभियुक्त की गिरफ्तारी पुलिस नहीं कर सकी है. सभी आरोपी गांव से फरार बताये जा रहे हैं. स्थानीय ग्रामीण घटना में पुलिस द्वारा अबतक की गयी कार्रवाई से आक्रोशित हैं. इस मामले में अन्य नामजद आरोपी सुरेन्द्र महतो, तारा देवी, लीलावती देवी एवं रेखा देवी की गिरफ्तारी की मांग पर ग्रामीण अड़े हैं.
थाना प्रभारी द्वारा समझाने बुझने पर भी ग्रामीण नहीं मान रहे. पुलिस ने कहा कि मामले में बैजनाथ महतो व गोविंद महतो को पूर्व में ही तेनुघाट जेल भेज दिया गया है. अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी शीघ्र कर ली जायेगी. गांव से फरार रहने के कारण गिरफ्तारी मे कठिनाई हो रही है. विदित हो कि 22 मई की रात विवादित जमीन में लगे आम के पेड़ से आम तोड़ने को लेकर हुए विवाद में हिंसक झड़प हुई थी. जहां बीजीएच में ईलाज के क्रम में 27 मई को महेंद्र महतो की मौत हो गयी थी. वहीं मृतक महेंद्र महतो की मां सुकरी देवी की मौत रांची में 2 जून को हो गयी थी. अन्य घायल ईलाजरत हैं.