वहीं ईश्वर से अलगाव रखने वाले जमात के लोग कलह, पीड़ा, भटकाव, द्वेष व कई प्रकार की परेशानियों से जुझ रहे हैं. मानव का हर कार्य अधूरा है, जब तक सच्चे व शांत चित्त मन से ईश्वर की स्तुति के कार्य शामिल ना हो. विशिष्ट अतिथि संत पॉल स्कूल के प्राचार्य सुरेश गायकवाड ने कहा कि शिक्षण श्रेष्ठ कार्य है. प्रेम व मृदु व्यवहार के साथ इस दायित्व का निर्वहन करना चाहिए.
पुणे से आये शेष्ट गायकवाड और जैकलिन गायकवाड ने भक्ति गीत प्रस्तुत किये. कार्यक्रम का संचालन शिक्षिका पूजा भारती और धन्यवाद ज्ञापन स्कूल के निदेशक सतीश दयाल ने किया. मौके पर शिक्षक रंजय मसीह, श्यामदेव मसीह, दिलीप यादव, रीना मसीह, किशोर यादव, पुष्पा कुमारी, जाहिदा बेगम, पूनम कौर, इंदु देवी, नेहा कुमारी, श्रृष्टि दयाल, राजीव कुमार, शिरिन दयाल, कौलेश्वर कुमार, संजीव दयाल, राहुल कुमार, परि दयाल, मंजु देवी, पूनम दयाल आदि उपस्थित थे.