चंदनकियारी : स्थायीकरण और समान काम के लिए समान वेतन की मांग कर रहे पारा शिक्षकों का गुस्सा लगातार बढ़ता जा रहा है. झारखंड के खेल मंत्री अमर बाउरी को रविवार को अपने प्रखंड के पारा शिक्षकों के विरोध का सामना करना पड़ा.
बोकारो जिले के चंदनकियारी प्रखंड के पारा शिक्षकों ने मंत्री के आवास का घेराव कर रैली निकाली और जम कर नारेबाजी की. सरकार को चेतावनी दी कि जल्द से जल्द उनकी मांगें नहीं मानी गयीं, तो वे सरकार के खिलाफ राज्य भर में अभियान चलायेंगे. पारा शिक्षकोंने विधानसभा चुनाव में अपना प्रत्याशी तक उतारने की धमकी दे डाली.
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रविवार सुबह बोकारो जिले के चंदनकियारी प्रखंड के पारा शिक्षक राज्य के खेल मंत्री अमर बाउरी के पैतृक आवास के बाहर पहुंचे. आवास का घेराव किया. राज्य सरकार के खिलाफ अपना रोष प्रकट करते हुए चंदनकियारी मोड़ से जुलूस निकालीऔर सरकारएवं मंत्री के खिलाफ जम कर नारेबाजी की.
शिक्षकों ने मंत्री के घर को चारों ओर से घेर लिया. इस समय मंत्री अपने आवास में ही मौजूद थे.पारा शिक्षकों के गुस्से को देखते हुए अमर बाउरी के सुरक्षाकर्मियों ने आवासकीसुरक्षा चाक-चौबंद कर दी. कुछ देर बाद मंत्री घर से बाहर निकले और पारा शिक्षकों से बात की. मंत्री ने कहा कि पारा शिक्षकों की कुछ मांगें जायज हैं.
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श्री बाउरी ने यह भी कहा कि पारा शिक्षकोंकी मांगों से जुड़े मुद्दे कई बार कैबिनेट में उठे हैं. मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री के सामने इन मुद्दों को रखागयाहै. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पारा शिक्षकों की कुछ मांगों पर अमल करने के लिए भी तैयार है. खेल मंत्री ने पारा शिक्षकों को आश्वासन दिया कि उनकी मांगों पर विचार किया जायेगा. इसके बाद पारा शिक्षकों ने अपना आंदोलन समाप्त कर दिया.
चंदनकियारी पारा शिक्षक संघ के अध्यक्ष शत्रुघ्न सिंह चौधरी ने कहा की 14 वर्षों से पारा शिक्षकों को ठगा जा रहा है. रघुवर दास के नेतृत्व में बनी सरकार भी पुरानी सरकारों से अलग नहीं है. यही वजह हैकिमंत्री का घेराव करने की नौबत आ गयी.
उन्होंने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने उनकी मांगों पर विचार नहीं किया, तो आनेवाले विधानसभा चुनाव में पारा शिक्षक अपना उम्मीदवार भी उतार सकते हैं. ज्ञात होकि पारा शिक्षक लंबे समय से समान काम के लिए समान वेतनऔरपारा शिक्षकोंके स्थायीकरण की मांग कर रहे हैं.