बोकारो: आरटीआइ व आजूस कार्यकर्ता सुधीर रवानी की हत्या के मामले में एसपी ने बताया : सुधीर रवानी दबंग किस्म का व्यक्ति था़ वह गांव की कुछ महिला व युवती पर गलत नियत रखे हुए था़ सुधीर के आतंक से दो युवती गांव छोड़कर धनबाद में रह रही है़ं गांव की बालिका देवी गरीब है़ […]
बोकारो: आरटीआइ व आजूस कार्यकर्ता सुधीर रवानी की हत्या के मामले में एसपी ने बताया : सुधीर रवानी दबंग किस्म का व्यक्ति था़ वह गांव की कुछ महिला व युवती पर गलत नियत रखे हुए था़ सुधीर के आतंक से दो युवती गांव छोड़कर धनबाद में रह रही है़ं गांव की बालिका देवी गरीब है़ उसके पति व देवर मजदूरी करते है़ं.
वे जब काम पर जाते थे, तब सुधीर महिला के घर में घुसकर छेड़खानी व जबरन यौन संबंध बनाने का प्रयास करता था़ हर दिन की हरकत से बालिका देवी परेशान हो चुकी थी़ उसके विरोध का कोई असर सुधीर पर नहीं पड़ रहा था़ सुधीर की दबंगई के डर से उसने इसकी शिकायत थाना में भी नहीं की.
पति व देवर साथ के मिलकर तैयार की हत्या की योजना : महिला ने अपने पति व देवर के साथ मिलकर सुधीर की हत्या की योजना बनायी. नौ अगस्त की दोपहर बुलू रवानी साइकिल से घर से बाहर निकला़ लखीराम रवानी भी सुधीर को दिखाकर घर से बाहर निकला और आवास के पीछे छुप गया़ कुछ देर के बाद सुधीर महिला के घर में घुसा और छेड़खानी करने लगा़ सुधीर अपने साथ एक चाकू रखता था़ वह चाकू का भय दिखाकर महिला से छेड़खानी करता था़ इसी दौरान आवास के पीछे छुपे लखीराम रवानी घर में आया़ महिला व देवर ने मिलकर सुधीर को पकड़ लिया और रस्सी से बांध दिया़ .
दिन में हत्या कर रात के अंधेरे में शव फेंका : योजना के अनुसार, महिला का पति भी कुछ देर में ही घर लौट आया़ तीनों ने मिलकर सुधीर को रस्सी से बांध कर गला दबा कर हत्या कर दी़ रात दो बजे तक सुधीर के शव को घर में रखा़.
इसके बाद तीनों ने सुधीर के शव को ले जाकर गांव के इजरी नदी में फेंक दिया़ मृतक के मोबाइल को गांव के एक कुंआ में फेंक दिया़ पुलिस ने कुआं का पानी बाहर निकाल कर मोबाइल बरामद किया़ मृतक का चाकू उसके शव के कमर से बरामद किया गया है़ शव मिलने के बाद सुधीर के पिता मदन रवानी ने गांव के प्रेम चंद रजवार, संतू रवानी उर्फ मंगल रवानी, अनिल रवानी, अनिल रवानी की पत्नी लखी देवी, मंगल रवानी की पत्नी मंटू देवी, लालचंद रवानी, गुजरा उर्फ आनंद रवानी, सुरेश रवानी, सुकुदेव रवानी व अन्य के खिलाफ मामला दर्ज कराया था़