दुमका : लातेहार जिले के बूढ़ा पहाड़ में सर्च अभियान के दौरान आइइडी ब्लास्ट में शहीद हुए जवानों में झारखंड सशस्त्र बल-9 में तैनात दुमका के परमानंद चौधरी भी हैं. बुधवार दोपहर 12.45 बजे के करीब पुलिस कुरुवाचक-रघुनाथगंज स्थित परमानंद के घर पहुंची और शहादत की जानकारी दी. इसके बाद पत्नी रूबी चौधरी, मां श्यामा देवी और बहन रूपा चौधरी को रो-रोकर बुरा हाल हो गया. घर में एक के बाद एक लोगों की भीड़ जुटते देख और मां से लेकर दादी और बुआ व फूफा को रोते देख 23 महीने की बेटी अर्पिता भी रोने लगी.
28 जुलाई को अर्पिता दो साल की होगी, पिता ने पूरे परिवार के साथ उसका जन्मदिन अच्छे से मनाने की बात कही थी. परमानंद की शादी भागलपुर के परबत्ती की रहनेवाली रूबी के साथ वर्ष 2012 में हुई थी. पत्नी ने बताया कि परसों ही (शहादत के एक दिन पहले) उनसे बात हुई थी. ड्यूटी पर लातेहार निकलने की बात कही थी. इधर, मां श्यामा देवी का कहना था कि परिवार का एकमात्र वही सहारा था. परमानंद 2004 में झारखंड पुलिस में चयनित हुए थे. परमानंद की प्रारंभिक शिक्षा दुमका के राजकीय विद्यालय करहरबिल और एसपी कॉलेज दुमका से हुई थी.