बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने रविवार को पटना में ऑल इंडिया यूनाइटेड मुस्लिम मोर्चा के एक कार्यक्रम में मुस्लिम समाज के नेताओं और वक्फ बोर्ड पर तीखा हमला बोला. उन्होंने कहा कि जो लोग मुसलमानों को मजहब और जज्बात के नाम पर बांटते हैं, उनके लिए कुरान में सख्त सजा की बात कही गई है.
गरीब का बच्चा आज भी मदरसे में क्यों बैठा? राज्यपाल
राज्यपाल ने वक्फ संपत्तियों के दुरुपयोग पर सवाल उठाते हुए कहा, “वक्फ की जमीन गरीब मुसलमानों की मदद के लिए थी, लेकिन वहां मॉल, अस्पताल और कमर्शियल सेंटर खड़े कर दिए गए हैं. क्या वक्फ बोर्ड ने पिछले 20-25 साल में कोई ऐसा स्कूल बनाया जो गरीबों के बच्चों के लिए हो? जवाब है नहीं!” समाज में अमीर और गरीब मुसलमानों के बीच खाई लगातार बढ़ रही है. “अमीर मुसलमान के बच्चे विदेशों में पढ़ते हैं, लेकिन गरीब का बच्चा आज भी मदरसे में बैठा है. क्यों? किसने इस समाज को यहां तक पहुंचाया?”
वे लूट को जारी रखना चाहते हैं: आरिफ मोहम्मद खान
इस दौरान उन्होंने वक्फ संशोधन कानून का समर्थन करते हुए उन्होंने इसे एक “जरूरी सुधार” बताया और कहा कि जो लोग इसका विरोध कर रहे हैं, वे असल में उस लूट को जारी रखना चाहते हैं जो अब तक वक्फ संपत्तियों के नाम पर हो रही थी. वहीं, मुर्शिदाबाद में हाल ही में हुई सांप्रदायिक हिंसा पर बोलते हुए उन्होंने दोहराया, “जो कोई भी समाज में फूट डालने का काम करेगा, कुरान कहती है कि उसके लिए बहुत बड़ी सज़ा है.”
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पूर्व राज्यसभा सांसद ने भी किया वक्फ कानून का समर्थन
कार्यक्रम में मौजूद पूर्व राज्यसभा सांसद डॉ. एजाज अली ने भी वक्फ कानून में हुए बदलावों का समर्थन किया और केंद्र सरकार की योजनाओं को गरीबों के पक्ष में बताया. उन्होंने यहां तक कहा कि “कम्युनल पॉलिटिक्स” पर लगाम लगाने के लिए एक सख्त कानून बनना चाहिए. केंद्र सरकार गरीबों को आगे लाने का काम कर रही है. समाज में हिंदू-मुस्लिम एक साथ हैं और अब अलग रह नहीं सकते.
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