प्रतापगंज प्रखंड क्षेत्र के सुखानगर पंचायत से 06 दिन पूर्व नाबालिग लड़की के अपहरण मामले में पुलिस द्वारा कार्रवाई नहीं किये जाने पर पीड़ित परिवार शुक्रवार को उग्र हो गए. पीड़ित परिवार के सदस्यों ने एक घंटा तक प्रतापगंज-गनपतगंज, प्रतापगंज-दीवानगंज जाने वाली मुख्य सड़क को बांस बल्ला से घेर दिया और आगजनी कर प्रशासन के विरुद्ध नारेबाजी करते हुए आक्रोश जताया. बाद में लोगों के समझाने बुझाने पर आक्रोशित परिजन सड़क जाम हटाया. लड़की के पिता ने बताया कि बेटी के अपहरण होने के संबंध में थाना को 06 दिन पूर्व आवेदन दिया गया था. जिसमें पीड़ित पिता ने बताया था कि 16 वर्षीय बेटी 23 फरवरी को संध्या 6:30 बजे सब्जी खरीदने गई थी. देर शाम तक घर वापस नहीं आई तो उसकी खोजबीन की जाने लगी. उसी क्रम में पता चला कि बेटी सब्जी खरीदने के बाद घर वापस आ रही थी. तभी ईंट भट्ठा से आगे सुनसान जगह पर एक उजला रंग की चार चक्का गाड़ी पर सवार सुखानगर वार्ड 03 का निवासी शिव राजकुमार पासवान (18 वर्ष), उसका भाई शिवभूषण कुमार (21) जबरन बेटी को उठा लिया. जब इस बात की जानकारी मिली तो लड़के के परिजन को बोलने गया तो उल्टे अरविंद पासवान (42), करमचंद पासवान (62), शक्ति देवी (40) व अज्ञात लोगों ने लाठी-डंडा से मारपीट और गाली गलौज करने लगे. इस संबंध में थाना को लिखित आवेदन दिया. थाना के द्वारा कार्रवाई नहीं होता देख अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी को भी लिखित आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई थी. बावजूद पुलिस द्वारा बेटी के बरामदगी के लिए किसी तरह की कार्रवाई नहीं की गई. आक्रोशित परिजनों ने शुक्रवार को सुखानगर में सड़क जाम कर अपना आक्रोश पुलिस के विरोध में जताया. सड़क जाम कर रहे आक्रोशित परिवार ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि गुरुवार की शाम शिवभूषण कुमार को पुलिस ने पकड़ा था. लेकिन पुन: उसे छोड़ दिया. इस संदर्भ में थानाध्यक्ष प्रमोद झा ने बताया कि शिवभूषण को पूछताछ के लिए लाया गया था. उसकी परीक्षा चल रही है. उसे इस वादे के साथ परीक्षा में शामिल होने के छोड़ा गया है कि जरूरत पड़ने पर थाना आना है. थानाध्यक्ष ने बताया कि पीड़ित परिवार द्वारा दिए आवेदन पर मामला दर्ज कर कर लड़की बरामदगी के लिए कारवाई की जा रही है.
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